जमशेदपुर: झारखंड जदयू अपनी 10 सूत्री मांगों को लेकर 9 सितंबर को झारखंड के सभी जिला मुख्यालयों पर एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया. इस दौरान कोविड-19 के नियमों का पालन भी किया गया. धरना के बाद जदयू का प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त के जरिए राज्यपाल के नाम एक मांग पत्र सौंपा. साथ ही साथ आदिवासी सेंगेल अभियान पांच सूत्री मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन भी किया. आदिवासी सेंगेल अभियान का कहना है कि झारखंड सरकार विधान सभा के आहूत सत्र में डोमिसाइल लागू करे, सरना धर्म कोड. संताली राजभाषा, पूर्ण शराबबंदी और ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण का प्रस्ताव पारित करें.
इन सभी मांगों के संबंध में सरकार किसी तरह की अनदेखी करती है तो आदिवासी सेंगेल जोरदार आंदोलन करने को बाध्य होगी. इसके अलावा शहीद सिदो- कान्हू मुर्मू के वंशज रामेश्वर मुर्मू की हत्या की सीबीआई जांच करना, सरना धर्म कोड लागू करना, झारखंडी डोमिसाइल को लागू करना, संताली को राजभाषा का दर्जा देना, प्रदेश में संपूर्ण शराबबंदी लागू करना, विस्थापन- पलायन पर रोक लगाना, पर्यावरण की रक्षा व प्रदूषण पर रोक लगाना, कोरोना काल में रोकथाम के लिए नागिरकों, मेडिकल स्टाफ, पुलिस प्रशासन मीडिया आदि के लिए आवश्यक सेवा व अनिवार्य सेवा प्रदान करना शामिल है.