

जमशेदपुर : केंद्रीय कृषि बिल 2020 के विरोध में देशभर के किसान आंदोलित हैं. भले केंद्र सरकार लाख दावे कर ले, कि केवल कुछ राज्यों के किसान ही आंदोलित हैं, लेकिन जमीनी सच्चाई यही है, कि पूरे देशभर के किसान नए कृषि बिल को लेकर असमंजस में है, और लगातार केंद्र सरकार के इस बिल पर अपना विरोध जता रहे हैं. देश के 23 राजनीतिक दल किसानों के साथ खड़े हैं. बावजूद इसके केंद्र सरकार कृषि बिल 2020 को वापस लेने के मूड में नहीं नजर आ रही है. उधर सुप्रीम कोर्ट ने भी केंद्र सरकार से मामले पर अपना रुख स्पष्ट करने का फरमान जारी कर दिया है. (नीचे भी पढ़ें)

इधर झारखंड मुक्ति मोर्चा किसानों के आंदोलन को जायज बताते हुए लगातार किसानों के समर्थन में खड़ी है. वहीं गुरुवार को जमशेदपुर महानगर झारखंड मुक्ति मोर्चा साकची गोलचक्कर पर एक दिवसीय भूख हड़ताल पर बैठे. जहां इन्होंने किसानों के समर्थन में उलगुलान का ऐलान कर दिया है. झारखंड मुक्ति मोर्चा क्रीड़ा मंच के प्रदेश अध्यक्ष मनोज यादव ने केंद्र सरकार को तानाशाह बताते हुए अडानी और अंबानी का साथ देने का आरोप लगाया. वहीं मनोज यादव ने बताया कि केंद्र सरकार को किसानों से कोई लेना देना नहीं. वैसे उन्होंने साफ कर दिया है, कि जब तक केंद्र सरकार नए कृषि बिल को वापस नहीं लेती है, किसानों के समर्थन में उनका यह आंदोलन जारी रहेगा.