जमशेदपुर : झारखंड सरकार द्वारा कोरोना के अनलॉक को लेकर तय किय गये नियम के तहत पूरे झारखंड में पार्क से लेकर तमाम चीजों को खोलने की इजाजत दे दी है. सिर्फ रविवार को संपूर्ण लॉकडाउन लागू किया गया है. इस नियम के तहत झारखंड के राजधानी रांची समेत तमाम जिले में कोरोना गाइडलाइन के तहत सारे पार्क खोल दिये गये है. लेकिन अब तक जमशेदपुर का जुबिली पार्क नहीं खोला गया है. आपको बता दें कि टाटा स्टील की अनुषंगी इकाई टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (पहले जुस्को) इस पार्क के रास्ते को और पार्क को आम जनों के लिए बंद करने की योजना बना ही रही थी. पूर्व के डीसी अमित कुमार और डॉ अमिताभ कौशल ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया था और कहा था कि सबकुछ जैसे 50 सालों से चल रहा था, वैसे ही चलने दिया जाये. लेकिन अब कोरोना के कारण जब पार्कों को बंद किया गया तब इसी बहाने अब कारपोरेट कंपनियां चाहती है कि इस पार्क को अपनी निजी संपत्ति बना लें ताकि अपना इकॉलॉजिकल बैलेंस भी दुनिया को दिखा सके और जनता को इस पार्क से मरहूम रख सके. एक रुपयें में टाटा लीज के तहत यह जमीन पार्क के लिए दी गयी है, जिससे कमाई भी की जाती है, लेकिन खैर पार्क है तो मेंटेनेंस के खर्च का वहन किया जा रहा है, कोई बात नहीं है, लेकिन जब राज्य के सारे पार्क को खोल दिया गया तो जुबिली पार्क को ऐसा क्या हैकि नहीं खोला जा रहा है. इस पार्क में क्या सबसे ज्यादा कोरोना का डर है या सिर्फ यह बहाना है. इसको लेकर डीसी सूरज कुमार को तत्काल एक्शन लेकर जुबिली पार्क को खोलना चाहिए ताकि लोग यहां स्वास्थ्य लाभ ले सके. इसके कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन को लागू करते हुए जैसे रांची, धनबाद, बोकारो समेत अन्य जिलों में पार्क खोले गये है, वैसे ही जमशेदपुर में भी जुबिली पार्क को खोला जाये. इस पर विपक्षी पार्टियों के नेताओं की रहस्यमयी चुप्पी भी आम जनता के गले नहीं उतर रही है और लोगों में गुस्सा देखा जा रहा है.
jamshedpur-jubilee-park-not-opened-झारखंड सरकार ने पार्कों को खोलने की इजाजत दे दी है, जमशेदपुर में क्या झारखंड सरकार का कानून लागू नहीं होता, ”डीसी साहब” ये कारपोरेट कंपनियां जुबिली पार्क को निजी संपत्ति बनाने पर तुली है, जनता की आवाज सुनिये, जुबिली पार्क खोलिये ?
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