जमशेदपुर : जमशेदपुर के मानगो थाना क्षेत्र स्थित खड़िया बस्ती निवासी तड़ीपार अपराधी सैंकी यादव की हत्या और भाजपा नेता राजेश सिंह पर गोली चलाने की घटना का खुलासा जमशेदपुर पुलिस जल्द करने वाली है. गुरुवार की रात से लेकर शुक्रवार की सुबह तक की गई सघन पूछताछ के दौरान भाजपा नेता राजेश सिंह पुलिस के सामने टूट गया. पुलिस ने इस मामले में दो और लोगों को हिरासत में लिया है, जो राजेश के करीबी है. सूत्रों के मुताबिक, अब तक के खुलासे में राजेश सिंह ने इस बात का खुलासा कर दिया है कि मानगो डिमना चौक के पास जो उस पर गोली चलने की बात थी, वह उसने ही खुद से अपनी गाड़ी पर चलवाई थी ताकि सैंकी यादव की हत्याकांड से अपने आप को बचा सके. सैंकी यादव की हत्या खुद भाजपा नेता राजेश सिंह और उसके भगीना रोहन समेत अन्य लोगों ने मिलकर की थी इसका भी खुलासा राजेश सिंह ने कर दिया है. अब तक के पुलिस अनुसंधान के मुताबिक, गुरुवार की शाम को भाजपा नेता राजेश सिंह का भगिना रोहन पहले सैंकी यादव के घर गया और उसके साथ उलझ गया. उस वक्त उसका चचेरा भाई दीपक यादव भी था.
यह घटना अपराह्न करीब 3:00 बजे की बताई जा रही है. वहां पर सैंकी यादव उसके चचेरे भाई दीपक यादव के साथ राजेश सिंह का भगिना रोहन सिंह के साथ काफी बकझक हुआ, जिसके बाद रोहन सिंह वापस घर आया और इसकी कहानी राजेश सिंह को बताई. इसके बाद भाजपा नेता राजेश सिंह अपने दल बल के साथ सैंकी यादव के घर पहुंचे जहां सैंकी यादव नहीं था, वह रोड पर किसी से फोन पर बात कर रहा था. इसी बीच राजेश सिंह और उसके समर्थकों ने उसकी जमकर पिटाई की. उसके बाद उसको गोली मारी गई और फिर पत्थरों से कुचल दिया गया. बताया जाता है कि उसको चार गोली मारी गई थी. बताया जाता है कि पिटाई के दौरान सैंकी यादव भागकर मानगो ट्रांसपोर्ट नगर की ओर दौड़कर भाग गया था, जहां पीछा कर लोगों ने उसको मार डाला. उस पर हमला करवाकर राजेश सिंह वहां से भाग निकला था और वह जैसे ही डिमना चौक के पास पहुंचा, वैसे ही उसने अपने ऊपर गोली चलवाई ताकि सैंकी यादव के हत्याकांड से वह खुद को बचा सके. वैसे इस मामले में अभी तक पुलिस अधिकारी आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी देने से बच रही है और पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. आपको बता दें कि राजेश सिंह और सैंकी यादव की पुरानी दुश्मनी थी जिसको लेकर राजेश सिंह पर पहले भी गोली चली थी. बताया जाता है कि राजेश सिंह ने पूछताछ में इस बात का भी खुलासा कर दिया है कि पहले जो गोली चलाई गई थी वह भी फर्जी थी और उसने ही यह गोली अपनी सुरक्षा और सैंकी यादव को फंसाने के लिए चलवाई थी. फिलहाल पुलिस राजेश सिंह और उसके तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है और पुलिस जल्द ही मामले का खुलासा कर सकती है.