जमशेदपुर : जमशेदपुर के मानगो चौक के विस्थापित दुकानदारों का एक प्रतिनिधिमंडल विधायक सरयू राय से मिला. उन्होंने बताया कि मानगो नगर निगम के द्वारा दुकान आवंटन में मनमानी की जा रही है, मंत्री के चहेतों की सूची मानगो नगर निगम बना रहा है. विधायक सरयू राय ने उन्हें आश्वस्त किया कि वे उनकी लड़ाई लड़ेंगे. दुकान आवंटन में मंत्री की मनमानी वे किसी भी हाल में नहीं चलने देंगे. श्री राय ने कहा कि पथ विक्रेता अधिनियम, 2014 के प्रावधान का उल्लंघन प्रशासन करेगा तो मामला सरकार और न्यायालय तक जाएगा. विधायक श्री राय ने कहा कि बाजार तोड़ने के मामले में भी अधिनियम का उल्लंघन प्रशासन ने किया है. दुकानदारों को बसाने के मामले में नियम का उल्लंघन नहीं होने दिया जाएगा.श्री राय ने निगम के कार्यपालक पदाधिकारी से भी बात किया और उन्हें दबाव में आकर गलत नहीं करने का सुझाव दिया. उन्होंने कहा कि मन्नान गली में चहेते दुकानदारों को बसाने का निर्णय सही नहीं होगा. पहले तो यह पता नहीं है कि वह जमीन सरकारी है या किसी और विभाग की है. (नीचे भी पढ़ें)
जमीन का मालिक नगर निगम है या नही. इसके अलावा बाजार जहां बनेगा वहां पानी, बिजली, शौचालय, पार्किंग की व्यवस्था पहले करनी होगी जो मन्नान गली में संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि मानगो में कई व्यवस्थित बाजार अलग अलग क्षेत्रों में बनाए जा सकते हैं. वे इसके लिए नगर विकास विभाग से वार्ता करेंगे. विधायक सरयू राय ने मानगो नगर निगम के कार्यपालक पदाधिकारी को पथ विक्रेता अधिनियम, 2014 के मुताबिक शीघ्र वेंडर कमिटी की मीटिंग बुलाने का सुझाव दिया ताकि विधिवत दूकान आवंटन हो सके. श्री राय ने कहा कि जिनके पास मानगो डिवाइडर पर दुकान लगाने का निगम द्वारा दिया गया प्रमाण पत्र और वेंडर कार्ड है उन्हें ही प्राथमिकता के आधार पर दुकानें देना चाहिए. दुकान आवंटन में मंत्री और उनके गुर्गों की अनियमितता नहीं चलेगी. ऐसा नहीं हुआ तो मामला सरकार और न्यायपालिका तक जाएगा.
विधायक सरयू राय ने दुकानदार संघ के प्रतिनिधिमंडल से कहा कि वे मानगो में बाजार लायक भूमि तलाशें. कतिपय स्थानों का सुझाव आया जो निम्नवत है:-
- मानगो बाजार में कृषि बाजार समिति की जमीन,
- कुंवर बस्ती में पेयजल स्वच्छता विभाग की जमीन,
- उलीडीह में स्वर्णरेखा परियोजना की जमीन,
- वन विभाग की जमीन,
- एनएच पर स्वर्णरेखा परियोजना और बस पड़ाव के लिये चिन्हित जमीन का हिस्सा,
- शंकोसाई में सरकारी जमीन,
- बालीगुमा में जमीन,
- मेडिकल कॉलेज के पास.