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Jamshedpur-Manpreet-Murder-Case- भालूबासा में गुप्ता गैस एजेंसी के मालिक राहुल गुप्ता पर फायरिंग के द्वेष और इगो को लेकर की गई मनप्रीत की हत्या, मनप्रीत के दो जगहों पर फायरिंग करने का पुलिसिया बयान से परिजन व समाज आक्रोशित, कहा- पुलिस दबाव में कर रही काम, शनिवार को समाज लेगा फैसला, जानें आखिर दोस्त किस तरह बने दुश्मन

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जमशेदपुर: सिदगोड़ा शिव सिंह बगान में बुधवार की शाम मनप्रीत पाल सिंह ढिल्लों की उसके घर में घुसकर हुई हत्या में शामिल चार अपराधियों को 48 घटे के भीतर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.इनमें पूर्व सीएम के अंगरक्षक रहे कालिका सिंह के दो बेटे राहुल सिंह, अक्षय सिंह, भालुबासा लाइन नंबर पांच का गौरव गुप्ता और एग्रिको पोस्ट ऑफिस के पास रोड नंबर 11 निवासी नवीन सिंह शामिल है. ये चार हत्यारे कभी मनप्रीतपाल के खासा करीबी हुआ करते थे.गत वर्ष 2020 के जुलाई में भालूबासा लाइन नंबर पांच में गुप्ता गैस एजेंसी के मालिक राहुल गुप्ता की स्कार्पियो कार में फायरिंग हुई थी.उस मामले में पुलिस ने मनप्रीतपाल को भी जेल भेजा था.उसके बाद ही इनमें मन मुटाव हुआ और नतीजा रहा कि प्रतिद्विंता में मनप्रीतपाल की बेरहमी से घर में घुसकर हत्या कर दी गई.इस बात का खुलासा एसएसपी डॉ एम तामिल वाणन ने पत्रकारों को किया.एसएसपी ने बताया कि घटना के बाद पुलिस के अनुसंधान में यही बात सामने आई है.चारों बदमाशों ने यह बताया है कि हत्या के पूर्व मनप्रीत पाल का शिव सिंह बगान घर के पास मैदान में राहुल सिंह के साथ विवाद हुआ था.(नीचे भी पढ़े)

तब मनप्रीत ने एक अन्य साथी के साथ वहां फायरिंग की थी. उसी द्वेष में जब राहुल ने इगो को लेकर मनप्रीत के घर धावा बोला तो वहां भी मनप्रीत द्वारा फायरिंग की गई,तभी मनप्रीत की हत्या की गई. हालाकि एसएसपी ने यह भी कहा कि यह अनुसंधान का विषय है कि मनप्रीत ने फायरिंग की थी.राहुल कहानी रच रहा है.इधर,पुलिस के घटनाक्रम से पर्दा उठाने की कहानी को परिजन व सिख समाज पचा नहीं पा रहा है.उनमें इसे लेकर आक्रोश और बढ़ने लगा है.मनप्रीत के परिजनों के साथ खड़े सिख समाज के प्रमुख झारखंड प्रदेश गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार शैलेंद्र सिंह ने कहा कि पुलिस मामले में दबाव में है.यही कारण है कि काउंटर केस बनाने की योजना बनाई जा रही है.अगर ऐसा है तो उस वक्त राहुल व अन्य पुलिस के पास शिकायत लेकर क्यों नहीं पहुंचे.तब हमलावरों के परिजन कहां थे. अगर फायरिंग हुई तो उसका साक्ष्य क्यों नहीं दिखाया गया.आज तीन दिन बाद यह कहानी किसी न किसी दबाव में गढ़ी जा रही है.बहरहाल शैलेंद्र सिंह ने यह साफ कहा कि समाज परिवार के साथ खड़ा है. मां सोनी कौर इस बात को लेकर अड़ी है कि पांचों की गिरफ्तारी देखने के बाद ही बेटे का शव उठने देगी.ऐसे में समाज उनके साथ है.अगली रणनीति शनिवार सुबह बनाई जाएगी.प्रेस कांफ्रेंस में सिटी एसपी के विजय शंकर,सिदगोड़ा, बिरसानगर,सीतारामडेरा,साकची के थाना प्रभारी भी मौजूद थे.

बारीडीह और बाराद्वारी से पकड़ाए हत्यारे
एसएसपी ने बताया कि घटना के बाद सिटी एसपी के नेतृत्व में तीन टीम बनाई गई थी.उसके बाद राहुल व गौरव को बाराद्वारी और अक्षय और नवीन को बारीडीह से गिरफ्तार किया गया.

मनप्रीत के घर से पांच सौ मीटर दूर झाड़ियों में फेंकी पिस्टल
एसएसपी ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद मनप्रीतपाल के घर से पांच सौ मीटर दूर झाड़ियों में पिस्टल को अपराधियों की निशानदेही पर बरामद किया गया था. घटना के वक्त जो मैगजीन घर से मिली थी उसकी गन को रिकवर करने का प्रयास किया जा रहा है. मनप्रीत के घर में गोली के जो निशान मिले हैं वह बरामद गन के नहीं है. इसकी भी जांच की जा रही है. जिस गन से घटना को अंजाम दिया गया है वह देशी है.

मनप्रीत की मां का मोबाइल अपराधियों से नहीं मिला
घटना के बाद मनप्रीत की मां का मोबाइल अपराधियों द्वारा लेकर भागने की बात कही गई थी.एसएसपी ने पत्रकारों के सवाल पर बताया कि पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों के पास से उनका मोबाइल नहीं लेने की बात कही है.उनकी मोबाइल पर रिंग हो रहा था.उसे सर्विलांस में डाला गया था.उसका भी पता लगाया जा रहा है कि मोबाइल कहां है.

राहुल समेत तीन घुसे थे मनप्रीत के घर
मनप्रीत के घर राहुल, गौरव व नवीन घुसे थे,जबकि तीन आरोपी घर के बाहर रेकी कर रहे थे.एसएसपी ने बताया कि और जो भी अपराधी होंगे वह घर के बाहर थे.सभी स्कूटी पर आए थे.एसएसपी ने बताया कि मनप्रीत पर सिदगोड़ा थाना में 13 जून 20 को एक आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज हुआ था.

पूरन चौधरी व अन्य की गिरफ्तारी जल्द होगी-एसएसपी
एसएसपी ने बताया कि घटना में शामिल पांचवें नामजद आरोपी पूरन चौधरी घटना में शामिल नहीं था लेकिन मनप्रीत की मां के बयान के अनुसार पूरन भी मौके पर मौजूद था, उसकी गिरफ्तारी के बाद ही मामले का पटाक्षेप होगा. एसएसपी ने कहा कि अन्य अपराधियों का सुराग मिल चुका है.उम्मीद है कि रात तक या शनिवार तक वे भी पुलिस के शिकंजे में होंगे.कुल मिलाकर एसएसपी ने यह साफ किया है कि इगो को लेकर ही राहुल व मनप्रीत में मनमुटाव हुआ था,जो धीरे धीरे बढ़ते चला गया और हत्या की नौबत आ गयी. कही न कही राहुल व मनप्रीत में गैंडलीडर बनने की होड़ में हत्या का कारण हो सकता है.

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