एमजीएम में बहुत कमियां, डॉक्टरों को भी अनुशासन में रहने की जरूरत, दो डॉक्टरों को बिना यूनिफॉर्म भड़के अपर मुख्य स्वास्थ्य सचिव, कहा पूरी व्यवस्था बदलने की जरूरत
जमशेदपुर : कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) अस्पताल का निरीक्षण करने के लिए सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह पहुंचे. यहां वे सबसे पहले मानगो के डिमना चौक स्थित एमजीएम मेडिकल कॉलेज पहुंचे, जहां वे कॉलेज प्रबंधन से रूबरू हुए. साथ ही परिसर में बन रहे नए भवन का भी निरीक्षण किया. अरुण सिंह ने स्वास्थ्य विभाग का प्रभार संभालने के बाद आज तक जमशेदपुर नहीं आये थे. यह उनका पहला दौरा था. उनके साथ जमशेदपुर के उपायुक्त सूरज कुमार, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर एनके लाल, डीटीओ दिनेश रंजन, एसडीओ, डीआरडीओ समेत टाटा स्टील यूटिलिटीज (जुस्को) के अधिकारी मौजूद थे. एमजीएम मेडिकल कॉलेज से वे सीधे एमजीएम अस्पताल पहुंचे, जहां अस्पताल प्रबंधन ने उनका स्वागत किया. (नीचे देखे पूरी खबर और देखें फोटो)
अस्पताल के मीटिंग हॉल में कुछ देर बिताने के बाद वे निरीक्षण करने निकले. इमरजेंसी वार्ड में निरीक्षण के दौरान उन्होंने दो डॉक्टरों को बिना यूनिफॉर्म के देखा. उन्होंने तत्काल दोनों को फटकार लगाई और शोकॉज का आदेश दे दिया. उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रबंधन मरीजों के बीच सेंसटिविटी (संवेदनशीलता) भी नही है और ना ही अस्पताल का इंफ्राट्रक्चर सही है. उनका प्रयास रहेगा कि इंफ्राटक्चर को सही बनाया जाए. डॉक्टर्स भी अनुशासन में रहे, जिसके लिए भी कार्रवाई की जाएगी. डॉक्टर्स को भी चाहिए कि जितने रिसोर्स अभी मौजूद है, उसी में बेहतर देने की कोशिश कर सकते है, पर अस्पताल के डॉक्टर्स में भी उत्साह और उमंग नही है, वे इस तरह से काम करते है कि लगता है कि उनके ऊपर भारी बोझ है. (नीचे देखे पूरी खबर और देखें फोटो)
अस्पताल में मैनपावर को लेकर उन्होंने कहा कि ये सब अधीक्षक की देखरेख में होता है. अधीक्षक ही अस्पताल में हो रहे कार्यों को देखते है. अब वे ये देखेंगे की जितना फंड अस्पताल को दिया जाता है उनका इस्तेमाल कितना और कहां-कहां होता है. उन्होंने कहा कि वे जल्द ही फिर से निरीक्षण करने आएंगे और आशा करते है कि उन्हे इतनी खामियां नजर नहीं आयेंगी.