जमशेदपुर : जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में खराब पड़े लाखों के मशीनों को भाजपा नेताओं ने चंदा इकट्ठा कर बनवाने की बातें कही है. अस्पताल के कुव्यवस्था के ख़िलाफ़ भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं ने अस्पताल परिसर में मौन प्रदर्शन किया. बता दें कि अस्पताल में सीआरएम, सिटी स्कैन समेत कई मशीनें जिनकी कीमत लाखों में है वे सभी मशीनें इन दिनों खराब पड़े हुए हैं और स्वास्थ्य विभाग या अस्पताल प्रबंधन इन्हें ठीक कराए जाने की दिशा में कोई पहल नही कर रहे हैं. इसी के ख़िलाफ़ भाजपा नेताओं ने यहां मौन प्रदर्शन किया. भाजपा नेता सह मानगो जनसंघर्ष समिति के अध्यक्ष विकास सिंह तथा भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने इस मौन प्रदर्शन का नेतृत्व किया. इन्होंने कहा कि कोरोना काल मे जहां प्रत्येक राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था सुदृढ होनी चाहिए. वहीं झारखंड के स्वास्थ मंत्री के गृह जिले में मेडिका अस्पताल बंद हो गया. वहीं एमजीएम अस्पताल में लाखों के मशीन खराब पड़े हैं और मरीजों को उसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. वहीं इन्होंने कहा कि राज्य सरकार अगर खराब पड़े मशीनों को ठीक नही करवा पाती है तो इनके द्वारा चंदा इकट्ठा कर मशीनों को दुरुस्त करवाया जाएगा.
इस संबंध में इन्होंने अस्पताल के अधीक्षक को मांग पत्र भी सौंपा है. काफी संख्या में महिलाओं और पुरुष के साथ इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया. लोग अपने हाथ में तख्ती लिए अस्पताल प्रांगण में गए और एक ज्ञापन अधीक्षक देकर बताया कि अस्पताल में मौजूद जरूरी उपकरण कई महीनों से खराब पड़े हुए हैं. सिटी स्कैन, इको मशीन, सीआरएम मशीन, खराब पड़ी हुई है. गरीब तड़प-तड़प कर मर रहे हैं अथवा कर्जा लेकर अन्य स्थानों में अपना इलाज करा रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि दर्जनों बार चिट्ठी लिखने पर भी आज तक मशीने नहीं बनी. हम सब मजबूर है. विकास सिंह ने अपने ज्ञापन में कहा कि एक महीने के अंदर मशीनें नहीं बनी तो पूरे शहर में भिक्षाटन कर लोगों से पैसे लेकर सरकार की तिजोरी में डालेंगे और मशीन बनाने के लिए कहेंगे. इसके बाद ही मशीनें नहीं बनी तो हजारों की संख्या में लोगों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री के आवास का घेराव करेंगे. विकास सिंह ने कहा कि यह तो झांकी है, पूरी फिल्म बनानी अभी बाकी है.
झारखंड का स्वास्थ्य मंत्रालय कालाबाजारी बंद करे. अधीक्षक ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री के प्रतिनिधि को जो आपने वातानुकूलित कमरा गैरेज और दो स्टाफ उपलब्ध कराया है, उसे वापस ले और उस कमरे में उन मरीजों को शिफ्ट करें, जिसका इलाज जमीन में लिटा कर हो रहा है. अगर आप ऐसा नहीं कीजिएगा तो एक महीने के अंदर वैसे जनप्रतिनिधि को मानगों पर महिलाओं के साथ घसीटकर बाहर ले जाकर डीसी कार्यालय में डीसी के समक्ष पेश किया जाएगा. कार्यक्रम में मुख्य रूप से विकास सिंह के साथ सुखदेव गिरी, संतोष चौहान छोटेलाल प्रसाद, दुर्गा दत्ता मनोज ओझा, गोपाल यादव ,नागमणि सिंह, सूरज नारायण ,शिव साहू, विजय ओझा, बबुआ सिंह, विकेश दुबे ,कन्हैया सिंह ,राजू गोराई काशी प्रजापति, प्यारे लाल शाह, मनोज राय, बमबम प्रसाद, सुधीर सिंह छोटू, सुशील शर्मा, विजय ओझा, सुशीला शर्मा ,मीना शर्मा ,संजू सिंह, संदीप शर्मा, संजीत शर्मा, शीतल रजक, जीतू गुप्ता, गुलटेन सिंह,मधु सिन्हा ,सहित काफी संख्या में लोग शामिल हुए.