जमशेदपुर:जमशेदपुर का एमजीएम अस्पताल एक बार फिर सुर्खियों में है. अस्पताल में बीते दिनों ही अस्पताल के मेडिसिन वार्ड में एक मरीज ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी. इस बार अस्पताल के सर्जिकल वार्ड के तीसरे तल्ले से अस्पताल में इलाजरत 18 वर्षीय रीति सिंह ने कूदकर आत्महत्या कर ली. घटना मंगलवार देर रात की है. अस्पताल प्रबंधन ने परिजनों को घटना की जानकारी बुधवार सुबह दी. सूचना पाकर रीति के पिता संतोष सिंह अस्पताल पहुंचे और अस्पताल प्रबंधन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया.
जानकारी देते हुए मृतक के पिता संतोष ने बताया कि वे बर्मामाइंस थाना क्षेत्र के केबुल कंपनी के पीछे रहते है और केबुल कंपनी में काम करते है. 10 जून को बेटे के सिर में दर्द को शिकायत को लेकर एमजीएम अस्पताल में एडमिट करवाया था. तीन दिन अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड से सर्जिकल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था. उसे डॉक्टर देखने नही आते थे. नर्स ही खुद से पानी और इंजेक्शन देती थी. इंजेक्शन देने के बाद वह हाथ पैर झटकने लगता था. इसी कारण वह परेशान रहता था. बुधवार सुबह जब वे अस्पताल आए तो उन्हे जानकारी दी गई की बेटे ने आत्महत्या कर ली है. अगर अस्पताल प्रबंधन ने सही से इलाज किया होता तो उनका बेटा आज जिंदा होता.