जमशेदपुर : कोल्हान के सबसे बड़े अस्पताल एमजीएम अस्पताल की स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कई बार इसे सुधारने का दावा किया। एमजीएम अस्पताल के प्रशासनिक भवन की बिल्डिंग को चमाचम कर दिया गया। लेकिन मूलभूत सुविधाओं में बढ़ोतरी नहीं की गई। इमरजेंसी में अभी तक बेड का अभाव है। इसके चलते मरीजों को बेड नहीं मिल पाता। मंगलवार को मानगो के जवाहर नगर रोड नंबर 13 ए की रहने वाली तबस्सुम परवीन को सीने में काफी तेज दर्द उठा। परिजन उसे एमजीएम अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उनका इलाज किया। दवा दी। लेकिन दर्द से तड़प रही महिला को बेड नहीं दे सके। महिला को कुर्सी पर बैठा कर उसे पानी दिया जा रहा है। मरीज महिला का कहना है कि वह कुर्सी पर नहीं बैठ पा रही है। उसे आराम की जरूरत है। उसे बेड मिलना चाहिए। परिजन सुबह 10:00 बजे से बेड के लिए भाग-दौड़ करते रहे। एमजीएम अस्पताल के अधिकारियों से भी मिले। लेकिन, बेड उपलब्ध नहीं हो सका।