खबरJamshedpur mla saryu roy - जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय इस...
spot_img

Jamshedpur mla saryu roy – जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय इस बात से हो गये है दुखी, अधिकारियों के खिलाफ लिखा सचिव को पत्र, देखें क्या है मामला

राशिफल

जमशेदपुर : जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने नगर विकास विभाग के सचिव को पत्र लिखकर जमशेदपुर पूर्वी में लगाये गये चापानल और अन्य पेयजल के श्रोतों की जानकारी मांगी है. उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि वे कई बार पत्रचार किये है, लेकिन पत्राचार का लिखित तौर पर जवाब नहीं देकर जमशेदपुर अक्षेस का विशेष पदाधिकारी उनको मौखिक जानकारी देते है, लेकिन सब झुठा साबित हो जाता है. अपने पत्र में सरयू राय ने कहा है कि क्षेत्र भ्रमण के दौरान सरयू राय को क्षेत्र में चापानलों के ख़राब रहने की शिकायतें मिलते रहती हैं. (नीचे भी पढ़ें)

इस कारण संबंधित नागरिकों की पेयजल कठिनाई का अंदाज़ा आसानी से लगाया जा सकता है. उन्होंने बताया है कि अफ़सोस है कि जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र के संबंधित अधिकारी इस बारे में घोर लापरवाह प्रतीत हो रहे हैं. पूछने पर पहले बताया जाता रहा कि चापानलों की मरम्मति के लिए ठेकेदार नियुक्त होना है, फिर बताया गया कि इस हेतु ठेकेदार की नियुक्ति प्रक्रियाधीन है. फिर सूचना मिली कि ठेकेदार की नियुक्ति हो गई है काम शीघ्र आरम्भ होगा. वस्तुस्थिति यह है कि समय बीतते गया और नियुक्त ठेकेदार ने चापानलों की मरम्मति में रुचि ही नहीं दिखाया. गर्मी के कष्टकारी मौसम का तीन चौथाई समय बीत गया पर चापानलों की मरम्मति नहीं हुई. (नीचे भी पढ़ें)

नये चापानलों का अधिष्ठापन भी नहीं हुआ. श्री राय ने कहा है कि इस बारे में उन्होंने पहले मौखिक और बाद में लिखित सूचना जमशेदपुर अक्षेस के विशेष पदाधिकारी को दिया. उनसे जानना चाहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में कितने चापानल लगे हुए हैं, इनमें से कितने की मरम्मत हुई है, कितने काम लायक़ हैं आदि-आदि. श्री राय ने बताया कि उनकी लिखित सूचना का उन्होंने (जमशेदपुर अक्षेस के विशेष पदाधिकारी ने) मौखिक उत्तर दिया कि नियुक्त ठेकेदार ने क्षेत्र में पहले से लगे चापानलों की मरम्मत नहीं किया, नये स्वीकृत चापानल नहीं लगाए, उसके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी, मरम्मत का काम विभाग द्वारा कराया जा रहा है, आदि-आदि. (नीचे भी पढ़ें)

सरयू राय ने कहा है कि सरकार ने गर्मी का मौसम आने से पहले विधानसभा में और विधानसभा के बाहर सदस्यों को आश्वासन दिया कि पीने के पानी की कठिनाई दूर की जाएगी, नये चापानल, नई बोरिंग लगाए जाएँगे, जहां चापानल, बोरिंग, जलापूर्ति की पाइपलाइन नहीं है, वहाँ टैंकरों से पानी पहुंचाया जाएगा परंतु जमशेदपुर जैसे शहर में स्थानीय विधायक के लगे रहने, निरंतर अक्षेस अधिकारियों से पूछताछ करते रहने के बाद भी सिस्टम की शिथिलता समाप्त नहीं हो रही है, पूर्व में स्थापित ऐसी कार्य प्रणाली में बदलाव नहीं हो रहा है. पेयजल जैसे जीवन रक्षक विषय में इनकी तंद्रा नहीं टूट रही है. मुहल्लों की गलियों, नालियों, नालों की सफ़ाई के मामले में भी लाख पीछे पड़ते रहने पर भी इनका रवैया सुधरना मुश्किल हो रहा है. विधायक सरयू राय ने पत्र में कहा है कि जमशेदपुर अक्षेस अथवा नगर विकास विभाग उनको उनके विधानसभा क्षेत्र में लगे चापानलों और बोरिंग की संख्या, इनकी स्थिति के बारे में लोकेशन सहित जानकारी दे और बताएँ कि इनमें से जो ठीक होने लायक़ हैं, उनकी मरम्मत करने, जो ठीक होने लायक़ नहीं हैं, उन्हें बदलने में अक्षेस की रुचि है या नहीं ? अथवा अक्षेस का सिस्टम इसमें सक्षम है या नहीं ? (नीचे भी पढ़ें)

इस कार्य के लिये अक्षेस संवेदक का चयन करता है तो यह चयन किस आधार पर होता है कि चयनित संवेदक यह काम ही नहीं करता है और अक्षेस के अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे रहते हैं ? यदि लंबे समय से चलती आ रही यह परम्परा अक्षेस की कार्य प्रणाली बन गई है तो इसमें त्वरित बदलाव होना चाहिए. उन्होंने कहा है कि विगत तीन वर्षों से वे महसूस कर रहे है कि पूर्व स्थापित ऐसी परम्परा के कारण विकसित कार्य प्रणाली से जनहित को नुक़सान पहुँच रहा है. ऐसी कार्य प्रणाली को शीघ्र बदला जाना चाहिए. यह पेयजल के अतिरिक्त अन्य अधोसंरचनाओं के निर्माण में भी परिलक्षित हो रहा है.

Must Read

Related Articles

Floating Button Get News On WhatsApp
Don`t copy text!

Discover more from Sharp Bharat

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading