जमशेदपुर : जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो की एक बैठक सोमवार को दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक एसके मोहंती के साथ कोलकाता के गार्डनरीच स्थित मुख्यालय में संपन्न हुई. बैठक में सांसद श्री महतो ने अपने लोकसभा क्षेत्र के रेलवे से संबंधित प्रमुख समस्याओं पर ज्ञापन उन्हें समर्पित किया. ज्ञापनों के माध्यम से उन्होंने कई प्रमुख मामले उनके समक्ष रखा. मुख्यालय के कॉन्फ्रेंस रूम में हुई बैठक में सांसद श्री महतो ने टाटा एलेप्पी ट्रेन को पुनः शुरुआत करने की मांग करते हुए कहा कि जब धनबाद से इस ट्रेन को शुरू किया जा चुका है तो जमशेदपुर से भी इसे अविलंब प्रारंभ किया जाए. इस पर बैठक में महाप्रबंधक ने कहा कि रेलवे बोर्ड ने पूरे देश में लिंक प्रणाली को समाप्त करने का निर्णय लिया है.
इस कारण टाटा एलेप्पी ट्रेन की पुनः शुरुआत नहीं की जा सकती है. इस पर सांसद सांसद श्री महतो ने इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए कहा. इस पर महाप्रबंधक ने यह सूचित किया कि एक नई ट्रेन सेवा का प्रस्ताव उन्होंने रेलवे बोर्ड के समक्ष प्रेषित किया है, जिसकी स्वीकृति अभी आनी बाकी है. इस पर सांसद श्री महतो ने इस ट्रेन के तत्काल जरूरत की ओर ध्यान आकृष्ट किया. इस पर महाप्रबंधक ने उपस्थित सभी अधिकारियों से विचारोपरांत कहा कि तात्कालिक तौर पर इस ट्रेन को वे स्वीकृति प्रदान कर रहे हैं. यह भी बताया कि एक पखवाड़े के अंदर इस ट्रेन को प्रारंभ कर दिया जाएगा. फिलहाल यह ट्रेन सप्ताह में 2 दिन चलेगी और एर्नाकुलम तक वाया काटपाडी जाएगी. इसकी विस्तृत रूपरेखा यथाशीघ्र तय कर ली जाएगी. सांसद श्री महतो ने इस नई ट्रेन सेवा की स्वीकृति देने के लिए महाप्रबंधक सहित जोन के सभी पदाधिकारियों को धन्यवाद एवं बधाई दिया. इसके पश्चात सांसद श्री महतो ने बागबेड़ा के वायरलेस मैदान और बीएनआर मैदान में एफसीआइ के प्रस्तावित गोदाम बनाने के कार्य पर अविलंब रोक लगाने की मांग की और कहा कि तमाम रेलवे क्षेत्र के निवासियों एवं कर्मचारियों के लिए वह दोनों मैदान अत्यंत महत्वपूर्ण है और रेलवे के लोगों ने ही अब तक इन दोनों मैदान को सुरक्षित रखा है. अतः एफसीआई का प्रस्तावित गोदाम अन्यत्र स्थानांतरित किया जाए. इसके लिए वैकल्पिक स्थानों का भी सुझाव दिया, साथ ही कहा कि उक्त स्थानों पर एफसीआइ का गोदाम का निर्माण करने पर किसी को कोई परेशानी नहीं होगी. महाप्रबंधक में बैठक में बताया कि वे इस परियोजना के बारे में पूरी जानकारी लेने के पश्चात इसकी संपूर्णता पर विचार कर समुचित निर्णय लेंगे. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वे चक्रधरपुर मंडल को भी इस संबंध में सूचित कर सारी जानकारी प्राप्त करेंगे. अपने तीसरे महत्वपूर्ण ज्ञापन के माध्यम से सांसद श्री महतो ने कहा कि वे लगातार पिछले 6 वर्षों से इस बात की मांग कर रहे हैं कि टाटा से बक्सर के बीच में सीधी रेल सेवा की शुरुआत की जाए लेकिन अब तक इस पर कोई संतोषजनक पहल नहीं हुआ है. यह जमशेदपुर लोकसभा क्षेत्र के सर्वाधिक महत्वपूर्ण रेल संबंधी मांग है. इस पर महाप्रबंधक ने कहा कि दक्षिण पूर्व रेलवे को ट्रेन चलाने में किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है, लेकिन यह मामला पूर्व मध्य रेलवे का है और वह इस संबंध में वहां के महाप्रबंधक से जल्द ही वार्ता करेंगे और इसका सकारात्मक निदान यथाशीघ्र करने का प्रयास करेंगे. सांसद श्री महतो ने आम जनता एवं मजदूरों की मांग पर महाप्रबंधक से कहा कि कोरोना काल में बंद हुए लोकल एवं अन्य ट्रेनों को पुनः शुरू किया जाए. आए दिन मजदूरों को जो प्रतिदिन यात्रा करते हैं उन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, इसका रोजगार पर भी गलत असर पड़ रहा है. महाप्रबंधक में इस मामले पर अपने सहमति जताई और कहा वे इस संबंध में अवश्य विचार कर निर्णय लेंगे. ट्रेन सेवा के अन्य मांगों में टाटा से जयपुर तक एवं जयनगर तक के लिए भी सीधी ट्रेन सेवा का प्रस्ताव को सांसद ने रेलवे बोर्ड तक पुनःप्रेषित करने का मांग की. साथ ही साथ टाटा से काटपाडी होते हुए बेंगलुरु तक सुपर फास्ट ट्रेन की मांग भी उन्होंने बैठक में उठाई ताकि छात्रों और मरीजों को कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़े. इसके अतिरिक्त टाटा-यशवंतपुर ट्रेन का फेरा बढ़ाने की भी मांग की. धालभूमगढ़ और कोकपाड़ा के बीच में बड़कोला में एक नए रेलवे हॉल्ट की मांग भी फिर से की गई. इसको महाप्रबंधक एवं उनकी टीम ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से वहां पर आने वाली समस्याओं को विस्तृत रूप से दिखाया और बताया कि कुछ तकनीकी कारणों से इसमें विलंब हो रहा है. इस पर सांसद श्री महतो ने कहा कि रेलवे के अधिकारियों एवं अभियंताओं का एक टीम को पुनः उस स्थान का दौरा करना चाहिए और उसमें यथासंभव सुधार कर यदि जरूरत हो तो थोड़ा बहुत स्थान परिवर्तन के साथ इस हाल्ट की स्वीकृति दी जा सकती है. इस पर महाप्रबंधक ने अपनी सहमति दी और कहा कि निकट भविष्य में वे एक तकनीकी टीम को वहां पर भेजकर वस्तुस्थिति का अध्ययन करवाएंगे. इसके पश्चात हाल्ट पर समूचित निर्णय ले लिया जाएगा. इसके पश्चात टाटा बदामपहाड़ रेलखंड पर हल्दीपोखर स्टेशन को पूर्ण स्टेशन का दर्जा देने का मांग किया गया. सांसद श्री महतो ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन है और विभिन्न सुविधाओं से यह वंचित है. इसका जीर्णोद्धार किया जाना जनहित में अत्यंत आवश्यक है जिस पर महाप्रबंधक ने कहा कि यद्यपि इसके लिए कोई अतिरिक्त धनराशि उपलब्ध नहीं है फिर भी जल्द ही वहां पर रेलवे स्टेशन की सभी सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा और यात्रियों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी. इसके अलावा रेलवे लाइन के निर्माण से संबंधित अन्य पहलुओं पर चर्चा के दौरान सर्वप्रथम चाकुलिया बूढ़ा मारा रेलवे लाइन के काम को प्रारंभ करने की बात की गई. इस पर महाप्रबंधक ने कहा कि ओड़िशा सरकार ने इस रेलवे लाइन हेतु अपनी स्वीकृति दे दी है जबकि झारखंड सरकार ने अब तक इस दिशा में कोई पहल नहीं किया है यदि झारखंड सरकार भी इस पर समुचित निर्णय ले लेती है तो वे इस रेलवे लाइन के निर्माण कार्य को प्रारंभ करने की दिशा में आगे बढ़ पाएंगे. चांडिल-पटमदा से बांदवान झाड़ग्राम रेलवे लाइन के संबंध में उन्होंने सूचित किया कि इसका सर्वे किया जा चुका है और यह मामला रेलवे बोर्ड के पास विचाराधीन है. इसी प्रकार कांड्रा-नामकुम रेलवे लाइन का मामला भी उनके पास सर्वे के पश्चात लंबित है. रेलवे ओवर ब्रिज से समबन्धित मांग का जिक्र करते हुए सांसद ने चाकुलिया, बारीगोडा एवं गोविंदपुर के ओवर ब्रिज के काम को स्वीकृति के पश्चात भी काम प्रारंभ नहीं होने पर सांसद ने अपने चिंता से उन्हें अवगत कराया. साथ ही सांसद ने कहा कि गोविंदपुर ओवरब्रिज के स्थान पर एक अंडरब्रिज अथवा रेलवे लाइन के समानांतर यदि एक सड़क का निर्माण हो जाता है तो बगैर अतिक्रमण हटाए यह कार्य हो सकेगा. इस पर महाप्रबंधक ने एक सर्वे टीम को भेजने की बात कही. इसके अलावा उत्कल एक्सप्रेस का राखा स्टेशन पर ठहराव, शालीमार गोरखपुर ट्रेन का घाटशिला स्टेशन पर ठहराव, समलेश्वरी एक्सप्रेस का घाटशिला स्टेशन पर ठहराव का मांग किया गया. इसके अतिरिक्त टाटानगर रेलवे स्टेशन से बड़ी संख्या में यात्री मरीज एवं अति विशिष्ट व्यक्तियों की यात्रा को देखते हुए इमरजेंसी कोटा में मिलने वाली सीट की संख्या को भी बढ़ाने का मांग किया गया. महाप्रबंधक ने लगभग सभी विषयों पर गौरपूर्वक विचार करने और समुचित समाधान का आश्वासन दिया. बैठक में मुख्य रूप से महाप्रबंधक के अलावा सीसीएम, डिप्टी जीएम, सीओएम, जीएम के सचिव विनीत गुप्ता, संजीव कुमार एवं दिनेश साव उपस्थित थे.