क्या है एमजीएम अस्पताल की खासियत :
- एमजीएम अस्पताल में पांच सौ बेड का ऑक्सीजन मिलने लगेगा
- मरीजों को अपने बेड तक पाइपलाइन से ही गैस मिल जाया करेगा
- कोरोना वायरस से लड़ने के लिए सबसे जरूरी अभी ऑक्सीजन और वेंटिलेशन का है, जो लोगों को मिल जायेगा
- इससे गैस सिलेंडर को भी भरने की सुविधा होगी, जो मरीजों के इलाज के लिए जरूरी होता है.
- 13 हजार लीटर का यह ऑक्सीजन प्लांट होगा.
जमशेदपुर : खतरनाक वायरस कोरोना के संक्रमण को रोकने को लेकर एक तरफ जहां पूरा देश लॉक डाउन पर है. वहीं झारखंड सरकार भी लगातार इस खतरनाक संक्रमण को रोकने का हर संभव प्रयास कर रही है. उधर इन सबके बीच कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम अस्पताल को झारखंड सरकार की ओर से एक बड़ी स्वागात मिली है. जहां मंत्री बन्ना गुप्ता ने 5 करोड़ की लागत से बने 13 हजार लीटर का ऑक्सीजन प्लांट का आज सादगीपूर्वक समारोह के बीच उदघाटन किया. वैसे इस प्लांट से न केवल 500 बेड के इस अस्पताल को बल्कि जमशेदपुर के आम लोगों के लिए भी यह प्लांट वरदान साबित होगा ऐसा मंत्री ने दावा किया है.
आपको बता दें कि 13 हजार लीटर के इस प्लांट की क्षमता फिलहाल पर्याप्त मानी जा रही है. वहीं मंत्री बन्ना गुप्ता ने खतरनाक हो चुके कोरोना के संक्रमण को झारखंड में रोकने को लेकर रांची और धनबाद में दो और नए लैब खोले जाने की बात कही है. उन्होंने कहा केंद्र सरकार से इसकी स्वीकृति मिल गई है. जल्द ही दोनों जिलों में इसका शुभारंभ हो जाएगा. वही मंत्री ने आम लोगों से लॉक डाउन की अवधि का पूरी तरह से पालन करने और कम से कम घरों से निकलने का आह्वान किया.