जमशेदपुर : जमशेदपुर की संस्था अर्पण की और से आयोजित रक्तदान शिविर में भगवान बिरसा मुंडा की तस्वीर पर माल्यार्पण करके रक्तदान शिविर प्रारम्भ किया गया. इस मौके पर रक्तदाताओं में काफी उत्साह देखने को मिला. 1206 रक्तदाताओं ने रक्त देकर जीवन बचाने का संकल्प लिया. साथ ही पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से 3100 पौधें वितरित किए. रेडक्रॉस सोसाइटी जमशेदपुर में लगाए रक्तदान शिविर में मुख्य अतिथि केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, विशिष्ट अतिथि सांसद विद्युतवरण महतो, जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा के विधायक सरयू राय, समाजसेवी मीरा मुंडा, अतिथि के रूप में मजदूर नेता राकेश्वर पांडे उपस्थित हुए और संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर शिविर का उद्घाटन किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के मुख्य संरक्षक अमरप्रीत सिंह काले ने की. उक्त अवसर पर मुख्य अतिथि अर्जुन मुंडा ने युवा रक्तदाताओं को उत्साहित करते हुए कहा कि आज सैकड़ों की संख्या में युवा रक्तदातों की सहभागिता ये सुनिश्चित करने के लिए काफी हैं कि ये युवा समाज की चुनौतियों से लड़ने के लिए स्वयं को तैयार रखे हैं. ये सुखद अनुभव हैं जब सैकड़ों की संख्या में वैसे युवा शामिल हैं जो आज पहली बार रक्तदान कर रहे हैं. ये उदाहरण हैं भावी पीढ़ी के लिए जो नशा से स्वंय को अलग रखकर समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. (नीचे देखे पूरी खबर)
विद्युत वरण महतो ने कहा कि रक्तदान महादान है, आपके द्वारा किए गए रक्तदान से किसी की जीवन का रक्षण हो सकता है, अर्पण परिवार पिछले 7 वर्षों से यह कार्य सफ़लतापूर्वक कर रहा है, मेरी शुभकामनायें अर्पण परिवार के साथ है. अपने संबोधन में सरयू राय ने कहा कि रक्त जीवन की सृजन की मूल हैं और कोई भी रक्त के अभाव में दम न तोड़े ऐसी प्रतिवद्धता के साथ युवाओं का आत्मबोध उसी कड़ी का एक अंग है. मीरा मुंडा ने महिलाओं की सहभागिता पर कहा कि आज आधी आबादी भी यहां अपनी जिम्मेदारी का सहजता से निर्वाह कर रही हैं. जिसे देखना सच मे सुखद अनुभव है और ये सारी बातें अर्पण की सेवा भाव में छिपी समर्पण की भावना का अप्रतिम उदाहरण हैं जो हमें अभिभूत करती हैं. वही मजदूर नेता राकेश्वर पांडेय ने स्वयम को इस कार्यक्रम से जोड़ते हुए कहा कि मुझे गर्व हैं कि अमरप्रीत सिंह काले के नेतृत्व में अर्पण परिवार के साथियों के पहल का हमें गवाह बनने का सौभाग्य मिलता हैं. रक्त का कोई विकल्प यदि नहीं हैं तो अर्पण की टीम का भी कोई सानी नहीं हैं जो 1206 यूनिट ब्लड एकत्रित करने के लक्ष्य को प्राप्त कर रही हैं. संस्था के संरक्षक अमरप्रीत सिंह काले ने आभार प्रकट करते हुए कहा कि हम एक साथ कई लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में कार्य कर स्वंय को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. एक तरफ धरती आबा वीर शाहिद बिरसा मुंडा के प्रति अपनी कृतज्ञता उनकी शहादत को याद कर प्रकट करते हैं. वही उनके जीवन विधा से युवाओं के सोच को जोड़कर राष्ट्र भक्ति के जज्बा को परवाज दे पाते हैं दूसरी ओर युवाओं में रक्तदान और नशा मुक्ति अभियान के माध्यम से राष्ट्र सेवा के व्रत पालन के पवित्र लक्ष्य को भी आयाम दे पाते हैं. यही नहीं हम भविष्य की चिंता को भी आत्मसात करते हुए आज लगभग 3100 पेड़ रक्तदाताओं और अतिथियों को भेंट कर रहे हैं जिससे पर्यावरण की सुरक्षा के लिए एक पवित्र पहल का आरम्भ हो सके. (नीचे देखे पूरी खबर)
इस मौके पर संस्था के मुख्य संरक्षक अमरप्रीत सिंह काले ने बताया कि शिविर में अब तक 1206 रक्तदाताओं द्वारा रक्तदान किया गया. उन्होंने बताया कि वर्ष 2016 से 2022 तक संस्था द्वारा सातवाँ रक्तदान शिविर का आयोजन करवाकर 5244 यूनिट रक्त एकत्रित किया है. अर्पण संस्था रक्तदान को लेकर हमेशा से संजीदा रहा है और रक्तदान के प्रति समाज में युवाओं के मध्य अलख जगाने का प्रयास करता रहा है. (नीचे देखे पूरी खबर)
कार्यक्रम में अतिथि के रूप में दुलाल भूईंया, अरविन्द सिंह, दिनेशानंद गोस्वामी, आरबीबी सिंह, गुरमीत सिंह तोते, आर. के. सिंह, रविंद्र झा,विजय खां,शैलेन्द्र सिंह,सुबोध श्रीवास्तव,बृजेश सिंह “मुन्ना”, कविता परमार, अजय सिंह,सतीश सिंह, चंद्रशेखर मिश्रा,चंद्रशेखर, शंभू सिंह,रजनीश जी, रवीन्द्र जी, आलोक पाठक जी, मंटू चावला,, वरुण कुमार, ब्रिज भूषण सिंह, वरुण जी, राघवेंद्र कुमार, धनुधर त्रिपाठी, कामत, पशुपतिनाथ पांडे, विकास सिंह, राजकुमार श्रीवास्तव, शिव शंकर सिंह, करण सिंह, सूरज मंडल उपस्थित हुए व अपने संबोधन में अर्पण द्वारा किए जा रहे विभिन्न सामाजिक क्रियाकलापों की सराहना की. कार्यक्रम में मंच संचालन पप्पू राव व धन्यवाद ज्ञापन डी. डी. त्रिपाठी ने किया. शिविर को सफल बनाने में संस्था के राजेश सिंह बम, अखिलेश पांडेय, महेश मिश्रा, प्रिंस सिंह, बिभाष मजुमदार, घनश्याम भिरभरिया, अभिषेक पांडे, विक्रम ठाकुर, दीपक महतो, संतोष यादव, तरनप्रीत सिंह खनुजा, सुमन कुमार, शैलेश गुप्ता, मनीष सिंह, धीरज चौधरी,मोहन दास, विक्की तारवे, सूरज चौबे, राजू कुमार, सरबजीत सिंह, शुरू पात्रों,अनूज मिश्रा, लकी जयसवाल, विक्रम सिंह, विवेक कुमार,रामा राव,शशि मुखी,शेखर मुखी,राहुल पाल,कौशिक प्रसाद, सागर चौबे, अशोक दास,दीपक महतो,प्रणय दास,,शिवम शर्मा, संतोष तिवारी, शुभम लाला, मनीष प्रसाद,सनोज चंद्र,सुदेश मुखी, मनोज मुखी, दीपक सिंह, सूरज साह, सूरज पाल, सूरज बाग, सोनू खान सहित काफी संख्या में उपस्थित स्वयंसेवकों का मुख्य रूप से योगदान रहा.