jamshedpur-2017 में आज ही के दिन जुगसलाई के परिवार के लिए आई थी काली रात, बागबेड़ा के नागाडीह में बच्चा चोरी के आरोप में मारे गए चार निर्दोषों की जघन्य हत्या हुई थी, परिजनों ने पांचवीं बरसी पर बहाये आंसू, न्यायपालिका से उम्मीद की हत्यारों को फांसी होगी, देखें video

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जमशेदपुर: बागबेड़ा में आज ही के दिन एक दिल दहलाने वाली घटना घटी थी, जहां बच्चा चोर के अफवाह में चार निर्दोष लोगों को पीट-पीटकर नागाडीह में चुनिंदा लोगों ने मौत के घाट उतार दिया था. इस घटना के 5 वर्ष बीत गए पर पीड़ित परिवार अब तक न्याय से दूर है. बुधवार को पीड़ित परिवार ने अपनों को याद करते हुए आंसू बहाये और उन्हें श्रद्धांजलि दी. वहीं सरकार को भी कोसा.
क्या है मामला: 18 मई 2017 एक ऐसी काली रात जिस रात में एक ही परिवार के 3 सदस्य और उनके एक करीबी बागबेड़ा थाना अंतर्गत नागाडीह में फंस जाते हैं और फिर उन्हें बच्चा चोरी की अफवाह में पहले बंधक बनाया जाता है. उसके बाद उन्हें पहचान पत्र दिखाने को कहा जाता है. पहचान पत्र दिखाने के बाद भी भीड़ उन्हें पुलिस के सामने पीट-पीटकर मौत के घाट उतार देती है. इस घटना के 5 वर्ष बीत गए देखते देखते सरकार भी बदल गई, परिवार वालों को अब भी उम्मीद है कि उन्हें न्याय मिलेगा सारे दोषियों को फांसी की सजा मिलेगी. मालूम हो की इस घटना के बाद बागबेड़ा में कई दिनों बहुत बवाल हुआ था. आदिवासी समुदाय का रास्ता बंद कर दिया गया था. नागाडीह में भी भय के साय में लोग जी रहे थे.(नीचे भी पढ़े)


पांच मुख्य अभियुक्त आज भी नहीं हुए गिरफ्तार, भाई का आरोप उन्हें है राजनीतिक संरक्षण
जुगसलाई नया बाजार निवासी विकास वर्मा, गौतम वर्मा उनकी बुजुर्ग दादी रामसखी देवी और उनके मित्र गंगेश गुप्ता की हत्या हुई थी. इस मामले में मृत विकास वर्मा के भाई उत्तम वर्मा की शिकायत पर बागबेड़ा थाने में मुखिया राजाराम हांसदा, ग्राम प्रधान जगत मार्डी, सुनील सरदार, डॉक्टर मार्डी, गुलाम सरदार ,गोपाल, सुभाष सरदार समेत कुल 22 नामजद और 150 अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. मृतक के भाई उत्तम वर्मा बताते हैं कि घटना के 5 साल बीत गए. मुख्य पांच अभियुक्त अब भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं. उन्हें किसी ना किसी तरह का राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है. उन्होंने कोर्ट के ऊपर भरोसा जताते हुए कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है कि पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा और दोषियों को फांसी की सजा मिलेगी.
सीबीई जांच कराने की मांग: समय बीतता चला गया पर दर्द आज भी परिजनों के सीने पर विराजमान है, हर पल हर मिनट परिवार के सदस्य मर मर कर जी रहे हैं परिजनों ने नम आंखों से अपने परिवार के सदस्यों की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. सरकार से इस मामले में सीबीआई जांच कराने की मांग की. मृत विकास शर्मा के पिता बताते हैं कि मॉब लिंचिंग के नाम पर निर्दोष लोगों की हत्या की जा रही है. उन्होंने कहा कि घटना के बाद जिले के उपायुक्त परिजनों को ढेर सारा आश्वासन देकर गए, पर आज तक उन आश्वासनों की पूर्ति नहीं हुई. उन्होंने कहा कि अब नाही सरकार पर भरोसा है और ना ही जिला प्रशासन पर. न्यायालय पर आस टिकी है, ताकि दोषियों को फांसी की सजा मिले तब जाकर परिजनों को शांति मिलेगी.घर के सदस्य इस उम्मीद में है कि आज नही तो कल इन्हें ज़रूर न्याय मिलेगा. दोषियों को फांसी की सज़ा मिलेगी और इस सज़ा के बाद कोई भी व्यक्ति ऐसे जघन्य अपराध को करने से पहले 100 बार सोचेगा.

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