

जमशेदपुर: टेल्को स्थित श्री कृष्णा मंदिर में केरला समाज के लोगों ने स्वामी अय्यप्पा की पूजा पूरे उत्साह के साथ की. कृष्णा मंदिर के अध्यक्ष सुकुमारन जी ने बताया कि समापन के दिन विशेष प्रकार की आरती की जाती है. जिसमें स्वामी की 18 सीढ़ियों की पूजा नारियल फोड़कर की जाती है. इसमें समाज के सभी महिला, पुरुष और बच्चे मिलकर करते है. अध्यक्ष दक्षिण भारत की मान्यता के अनुसार स्वामी अय्यप्पा के 41 दिन इसका समापन होता है. इस व्रत की शुरुआत 16 नवम्बर हुई थी. इस व्रत को वैसे तो सभी उम्र के लोग कर सकते है पर 10 वर्ष से कम और 50 वर्ष के ऊपर के उम्र के लोग ही अय्यप्पा के दर्शन कर सकते है. इस व्रत में अय्यप्पा स्वामी तुलसी की माला धारण करते है. साथ ही व्रत करने वाले भी तुलसी या रुद्राक्ष की माला धारण कर सकते है. दक्षिण भारत में इस व्रत का विशेष महत्त्व है. इस अवसर पर संस्था के सचिव राजेश, कोषाध्यक्ष मोहन, सह कोषाध्यक्ष रेणु गोपाल, ट्रस्ट के अध्यक्ष ए पिल्ल्लई, अम्बिका, रमा नायर, सुभद्रा हरिदास, समेत काफी संख्या में महिलाएं मौजूद थी.
