जमशेदपुर : जमशेदपुर के बर्मामाइंस के लाखो सिंह की हत्या करने के मामले का खुलासा हो गया है. इस कांड में नया मोड़ तब आया, जब पुलिस ने बर्मामाइंस दीपु बस्ती निवासी रौनक सिंह को गिरफ्तार किया. पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त सफेद स्कूटी, घटना में इस्तेमाल आरोपी बसंत का स्क्रीन टच मोबाइल और तीन सिम, आरोपी मोहम्मद अफजल का टच स्क्रीन मोबाइल, लाखो सिंह का मोबाइल और रौनक सिसंह का मोबाइल बरामद किया गया है. रौनक सिंह इस कांड में फरार था. पुलिस ने इस मामले में पहले बसंत उपाध्याय और मोहम्मद अफजल को गिरफ्तार किया था. इन दोनों ने पुलिस को बताया था कि 16 अगस्त को शाम छह बजे कैरेज कॉलोनी स्थित बसंत उपाध्याय के घर में अभियुक्त मोहम्मद अफजल, रौनक सिंह और लाखो सिंह और राजा मजुमदार के साथ शराब पी और कुछ देर बाद राजा मजुमदार घर चला गयाथ. इसके बाद चारों अभियुक्त अपहृत बसंत ुपाध्याय के पास उपलब्ध स्कूटी और अफजल की बुलेट से कैरेज कॉलोनी से और अधिक शराब पीने के बाद टाटानगर स्टेशन के समीप स्थित सिंह होटल गये, जहां होटल में खाना खाये और शराब बियर लेकर सिंह होटल के पीछे चले गये. शराब पीने के बाद योजना के तहत सभी मिलकर लाखो सिंह को साथ लेकर झिलिंगगोड़ा डैम के लिए देर चल निकले. झिलिंगगोड़ा डैम पर पहुंचकर शराब और बियर की बौतल तोड़कर लाखो सिंह को पेट और गर्दन में प्रहार कर हत्या कर डैम में फेंक दिया था और मोबाइल को स्टेशन के पास संजय नगर स्थित कुआं में फेंक दिया था और स्कूटी को रौनक सिंह अपने घर में छिपा लिया था, जिसके आधार पर मृतक का मोबाइल और स्कूटी बरामद कर लिया गया था. इसके बाद 21 सितंबर को पुलिस ने रौनक सिंह को गिरफ्तार कर कड़ाई से पूछताछ की, जिसके बाद उसने नया राज खोला. उसने बताया कि लाखो सिंह को सिंह होटल के पीछे खिला-पीलाकर परसुडीह थाना क्षेत्र के डीवीसी मैदान के झाड़ियों में ले जाकर लाखो सिंह के पास उपलब्ध पिस्तौल से गकोली मारकर हत्या कर दी गयी और लाश को वहीं झाड़ियों में प्लास्टिक की चटाई में बांधकर छुपा दिया गया है. इनके बयान पर शव को पुलिस ने बरामद किया, जिसकी पहचान परिजनों ने भी की है. बताया जाता है कि दो साल पहले बसंत उपाध्याय को लाखो सिंह द्वारा पिस्तौल सटाकर मारपीट किया गया था, जिसका बदला लेने के लिए उक्त अभियुक्तो ने घटना को अंजाम दिया था.