जमशेदपुर: आदिवासी सेंगेल अभियान सरायकेला कमेटी की ओर से पाड़कीडीह गांव के सिदो मुर्मू फुटबॉल मैदान में 22 दिसंबर को मातृभाषा विजय दिवस मनाया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रुप में आदिवासी सेगेंल अभियान के संरक्षक सह पूर्व सांसद, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष सालखन मुर्मू मौजूद थे. उन्होंने कहा कि 22 दिसंबर आदिवासियों के लिए ऐतिहासिक दिवस है. हम लोग 15 अगस्त और 26जनवरी की तरह 22 दिसंबर को सेलिब्रेट करना चाहते है. 22 दिसंबर को झारखंड, बिहार, बंगाल, ओड़िशा और असम में आदिवासी बहुल क्षेत्रों में मातृभाषा विजय दिवस मनाया गया. श्री मुर्मू ने बताया कि सरायकेला में आयोजित कार्यक्रम में पांच प्रस्ताव पारित किए गए. पहला प्रस्ताव 22 दिसंबर को राष्ट्रीय अवकाश, संथाली भाषा को हिन्दी भाषा के साथ अनुच्छेद 345 के तहत राज भाषा का दर्जा दिया जाए, संसद भवन में झारखंड के शहीद बिरसा मुंडा,सिदो- कानू मुर्मू और बाबा तिलका माझी की मूर्ति स्थापित की जाए, इसके अलावा संथाल हूल, संताली भाषा आंदोलन, संताली भाषा साहित्य- लिपि आदि पर राष्ट्रीय स्तर पर रिसर्च एवं डेवलपमेंट, शोध और संवर्धन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सरकारी केंद्र की स्थापना और क्रियान्वयन अविलंब किया जाए. इसके लिए उन्होंने पीएमओ से पत्राचार भी किया है.
jamshedpur-Politics-सरायकेला में आदिवासी सेगेंल अभियान ने मनाया मातृभाषा विजय दिवस, 22 दिसंबर को अवकाश देने की मांग, पांच प्रस्ताव पारित
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