
जमशेदपुर: कोल्हान विश्वविद्यालय चाईबासा के क्षेत्रीय जनजातीय विभाग (टीआरएल) के प्रमुख प्रोफेसर कारु मांझी(63 वर्ष) का निधन रविवार की देर रात हो गया. उन्होंने एक शिक्षक के रूप में एलबीएसएम कालेज करनडीह से प्रारंभ की थी. इस कालेज में उन्होंने संताली शिक्षक के रूप में योगदान दिया था. पिछले सात वर्षो से टीआरएल विभाग के प्रमुख के रूप में कार्य कर रहे थे. उन्होंने इस विभाग को एक अलग पहचान दिलाई. पिछले एक सप्ताह से उनकी तबीयत खराब चल रही थी. इस कारण उन्हें राजस्थान सेवा सदन जुगसलाई में भर्ती कराया गया. सांस की तकलीफ होने के बाद उन्हें टीएमएच रेफर कर दिया. उनका कोविड जांच हुआ. ऑक्सीजन लेवल कम हो गया था. तीन दिनों से वे वहां सीसीयू में भर्ती थे. शनिवार की रात दो बजे के लगभग उन्होंने अंतिम सांस ली.उनकी पत्नी सीता मुर्मू एलबीएसएम कालेज में संताली विषय की अतिथि शिक्षिका है. उनकी तीन संतान है. बड़ी बेटी जमशेदपुर वीमेंस कालेज से एमएससी कर रही है. दो बेटा में एक बड़ा बेटा हजारीबाग से बीटेक कर रहा है. दूसरा बेटा एलबीएसएम कालेज अंग्रेजी प्रतिष्ठा का छात्र है. उनके निधन से विश्वविद्यालय को अपूरणीय क्षति पहुंची है.
टीआरएल विभाग द्वारा 17 पाठ्य पुस्तके प्रकाशित की गई. इसमें से संताली के आठ पुस्तकों का संपादन उन्होंने खुद किया. उनके निधन पर कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गंगाधर पंडा, प्रोवीसी डा. अरुण कुमार सिन्हा, रजिस्ट्रार प्रोफेसर जयंत शेखर, कुलानुशासक डा. एके झा, कोल्हान विश्वविद्यालय के शाखा प्रभारी डा. आरके चौधरी, एलबीएसएम कालेज के प्रोफेसर डा. अमर सिंह ने शोक व्यक्त किया है तथा कहा कि उनके निधन का समाचार पाकर विश्वविद्यालय का समूचा परिवार स्तब्ध है. उनके निर्देशन में टीआरएल विभाग को एक अलग पहचान मिली.