जमशेदपुर: जमशेदपुर के साकची थाने में बुधवार को नरवा कॉलोनी के रहने वाले कृष्णामुखी की संदिग्ध परिस्थितियों में आंतें बाहर आ गई हैं. परिजनों ने पुलिस पर कृष्णामुखी को मारपीट करने का आरोप लगाया है. कृष्णामुखी थाने में बैठा हुआ है. बाहर परिजन और उनके समर्थक हंगामा कर रहे हैं. बिरसा सेना के दिनकर कच्छप के नेतृत्व में लोगों ने साकची थाने के सामने धरना दे दिया है. लोग पुलिस पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. मामले की जांच की मांग की जा रही है. कृष्णामुखी की मां ममता मुखी ने बताया कि उनका बेटा कार्तिक मुखी साकची घूमने और शॉपिंग करने आया था. कार्तिक मुखी भीम सेना का है. मंगलवार की देर रात लगभग 1:00 बजे पुलिस ने कार्तिक मुखी को बिना हेलमेट बाइक चलाने के आरोप में पकड़ लिया. (नीचे भी पढ़े और देखें वीडियो)
कार्तिक मुखी को साकची थाने लाया गया. ममता मुखी का कहना है कि अगर उनके बेटे ने हेलमेट नहीं लगाया था तो उस पर जुर्माना किया जाना चाहिए था. लेकिन, पुलिस ने उसे उठा लिया. थाने में लाकर उसके साथ मारपीट की गई. थाने में उसे लाकर पटक दिया गया और लात घूंसे से पीटा गया. उसके पेट में लात मारी गई. मारपीट की आवाज सुनकर कार्तिक मुखी का छोटा भाई कृष्णामुखी उसे देखने गया तो पुलिसकर्मियों ने उसके साथ भी मारपीट की. (नीचे भी पढ़े और देखें वीडियो)
कृष्णामुखी की दो किडनी फेल है. उसके पेट में लात पड़ने पर उसकी आंत बाहर आ गई. कृष्णामुखी ने घटना की जानकारी परिजनों को देनी चाहिए तो पुलिसकर्मियों ने उसका मोबाइल छीन लिया. घटना की जानकारी मिलने के बाद बुधवार को परिजन साकची पहुंचे और थाने के सामने प्रदर्शन शुरू कर दिया. बाद में थाना प्रभारी साकची थाना पहुंचे तो बिना हेलमेट पकड़े गए युवक कार्तिक मुखी को थाने को छोड़ दिया है. लेकिन, कार्तिक मुखी का कहना है कि जब तक सिटी एसपी नहीं जाएंगे वह यहां से नहीं जाएगा. (नीचे भी पढ़े)
बिरसा सेना के दिनकर कच्छप का आरोप है कि जमशेदपुर में पुलिस आदिवासी और दलित लोगों के खिलाफ अत्याचार कर रही है. बिरसानगर में भी इसी तरह एक दलित के साथ मारपीट की गई थी. अब साकची थाने में भी मारपीट की गई। यह लोग पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग पर अड़े हुए हैं.