
जमशेदपुर : जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित आंध्र भक्त श्री राम मन्दिरम में कार्तिक माह के अवसर पर पांच दिवसीय पूजा उत्सव का आयोजन हो रहा है. इसके तहत रविवार से इसकी शुरुआत की गयी थी, जिसके तहत गणपति होमम्म का आयोजन हुआ था जबकि हालिंग अर्चना की गयी थी. इसी दिन कुमकुम पूजा भी हुई थी. सोमवार को महारुद्राभिषेक का आयोजन किया गया, जिसमें काफी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया. कोविड-19 के कारण इस वर्ष माह दीपोत्सव का कार्यक्रम में 11 हजार दीप प्रज्वलित किये गये.
इस दौरान टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष आर रवि प्रसाद, पूजा समिति के अध्यक्ष येगी श्रीनिवास, जुस्को श्रमिक यूनियन के महामंत्री और राममंदिरम कमेटी के अध्यक्ष वीडी गोपाल कृष्णा, जम्मी भाष्कर समेत अन्य लोगों ने हिस्सा लिया. इस दौरान 11 हजार दीप जलाये गये, जिससे मनोरम दृश्य उत्पन्न हुआ. राम मंदिरम में 8 दिसंबर को अभिषेकम एवं सहस्रनाम पूजा एवं शाम 6 बजे कुमकुम पूजा होगी.
दिनांक 9 दिसंबर को संध्या 6. 30 बजे से गिरिजा शंकर कल्याणम होगा. सभी भक्त अगर पूजा में शामिल होना चाहते है तो मंदिर के कार्यालय में संपर्क कर अपने गोत्र एवं नाम लिखवा सकते है. प्रवक्ता जम्मी भास्कर ने बताया कि कोविड 19 के कारण अधिकांश भक्त ऑनलाइन इस पूजा से जुड़ेंगे. मंदिर कमिटी के अध्यक्ष वीडी गोपाल कृष्णा एवं महासचिव दुर्गा प्रसाद के नेतृत्व में सदस्यों द्वारा इस वृहत एवं भव्य पूजा उत्सव की तैयारी कोविड 19 के निर्देशों के तहत जोर शोर से की जा रही है. दक्षिण भारतीय समुदाय कार्तिक मास के तीसरे सोमवार को दीपोत्सव मानते हैं.
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार कार्तिक मास भले समाप्त हो गया है, लेकिन दक्षिण भारतीय समुदाय का अभी कार्तिक मास संपन्न नहीं हुआ है. मान्यता है, कि दक्षिण भारतीय कैलेंडर के अनुसार कार्तिक मास के तीसरे सोमवार को दीपोत्सव कार्यक्रम दक्षिण भारतीयों द्वारा मनाया जाता है. झारखंड के जमशेदपुर में भी दक्षिण भारतीय समुदाय की खासी संख्या है. जहां बिष्टुपुर स्थित राम मंदिर में इनके द्वारा दीपोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया. वैसे तो हर साल 30 हजार से भी ज्यादा दीप जलाए जाते थे, लेकिन इस साल कोरोना महामारी के कारण 11 हजार दिये जलाकर यह उत्सव मनाया गया. इस दौरान दक्षिण भारतीय समुदाय के लोगों में खासा उत्साह देखा गया.