घाटशिला : जमशेदपुर के ग्रामीण इलाका घाटशिला के बंगाल सीमा बॉर्डर पर पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन पूरी टीम के साथ उपायुक्त रविशंकर शुक्ला के नेतृत्व मे झारखंड के विभिन्न जिला के मजदूरों को स्वास्थ्य जांच के बाद बस से बंगाल भेजा गया. वही सोमवार को बंगाल से झारखंड के 312 मजदूरो को बस के माध्यम से बंगाल सरकार ने झारखंड भेजा, जिसे बॉर्डर पर ही सभी मजदूरों का मेडिकल जांच किया गया है.
जांच के बाद मजदूरों को उनके घर, विभिन्न जिला भेज दिया गया. झारखंड से 180 मजदूर को बंगाल भेजा गया. वही बंगाल से झारखंड 312 मजदूर पहुंचे. सभी का स्वास्थ्य जाँच कर गृह जिला और प्रखंड भेजा गया. झारखंड से बंगाल जाने वाले मजदूरों ने कहा कि लाकडाउन में उन्हें झारखंड में बेहतर सुविधा मिली है. इन लोगों ने कहा कि जिला प्रशासन और सरकार ने बेहतर काम किया है उन्हें यहां किसी प्रकार की परेशानी नही हुई है. मजदूरों के चेहरे पर घर जाने की खुशी झलक रही है.
बंगाल और झारखंड बॉडर पर उपायुक्त रविशंकर शुक्ला और एसएसपी डॉ एम तमिल वाणन, घाटशिला एसडीओ अमर कुमार, डीएसपी राजकुमार मेहता, सीओ चाकुलिया अरविंद ओझा, बहरागोड़ा बीडीओ राजेश साहु, सीओ हीरा कुमार, धालभूमगढ़ बीडीओ शालिनी खलको, बहरागोड़ा थाना प्रभारी चंद्रशेखर कुमार, बड़शोल ज्योतिलाल राजवाड़ समेत अन्य उपस्थित थे. झारखंड-बंगाल सीमा पर मजदूरों को लेकर जाने वाली सभी बसों को सैनिटाइजर किया गया और सोशल डीस्टेंस में मजदूरों को बस में बैठाकर झारखंड के विभिन्न जिलों के लिए मजदूरों को रवाना किया गया.
गुड़ाबांदा प्रखंड से 929 मजदूर है बाहर, 717 मजदूर लौटना चाहते है घर
गुड़ाबांदा : कोरोना वायरस के संक्रमण बीमारी के कारण सरकार ने लाकडाउन की घोषणा की है. लाकडाउन होने से बाहर मजदूरी करने गये प्रखंड के 929 मजदूर बाहर फंसे हुए हैं. यह जानकारी बीडीओ सीमा कुमारी ने दी है. बीडीओ ने बताया कि बाहर फंसे सूची के आधार पर मजदूरों से दूरभाष पर संपर्क किया गया है, उनमें से 717 मजदूर वापस प्रखंड लौटना चाहते हैं और बाकी वही रहना चाहते हैं. बीडीओ ने कहा कि वापस लौटने की इच्छा रखने वाले मजदूरों की सूची जिला को उपलब्ध करा दी गई है. कहा कि राज्य सरकार द्वारा बाहर फंसे मजदूरों को वापस लाने की पहल की जा रही है, जल्द ही बाहर फंसे मजदूरों को वापस लाया जाएगा. कहा कि विगत दिनों तेलैंगना से रांची पहुंची स्पेशल ट्रेन में पूर्वीसिंहभूम जिला या प्रखंड के मजदूर है कि नही इसकी सुचना उन्हें नही है. कहा कि सराकार बाहर फंसे मजदूरों को राची ला रही है वहां पहुंचने पर उनकी स्वास्थ्य की जांच कराकर जिस जिला से संबंधित है वहां पहुंचाया जा रहा है इसके पश्चात ही प्रखंड वार मजदूरों को उनके गृह प्रखंड भेजवाने की पहल जिला प्रशासन द्वारा किया जाएगा. विदित हो कि अब भी ऐसे कई मजदूर है जो प्रखंड नियंत्रण कक्ष में संपर्क नही कर पाये है जिस कारण प्रखंड की सूची में उन मजदूरों का नाम अंकित नही है.कहा कि मजदूर सरकार की एप से जुड़कर बाहर रहने की जानकारी दे रहे हैं. जो मजदूर नियंत्रण कक्ष में अपना नाम दर्ज नही करा पाये है वैसे मजदूर के परिवार अपने घर वालों को वापस घर लाने के लिए परेशान हैं.
गुड़ाबांदा प्रखंड के 8 पंचायत में बने है क्वारंटाइन सेंटर
बीडीओ सीमा कुमारी ने बताया कि प्रखंड के 8 पंचायतों में 8 क्वारंटाइन सेंटर बनाये गये हैं. कहा कि इसके अलावे प्रखंड कार्यालय में 15 बैड का सेंटर बनाया गया है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में 8 मजदूर क्वारंटाइन है और तीन मजदूर के ओड़िसा से आने की सुचना है, उन मजदूरों को भी क्वारंटाइन किया जाएगा.
विधायक समीर मोहंती भी पहुंचे बंगाल बोर्डर
विधायक समीर महंती भी पहुंचे बाडर, प्रशासनिक पदाधिकारीयों से बातकर वस्तुस्थिति की जानकारी ली. विधायक ने पदाधिकारीयों की सराहना करते हुए कहा कि हम सभी को और भी मेहनत और डट कर कोरोना से विस क्षेत्र के लोगों की सुरक्षा करना है. कहा कि पदाधिकारीयों को जब भी उनकी जरूरत पड़े कहे वे हर संभव सहयोग करेंगे.