
जमशेदपुर : छठ पर्व के बीच रेड क्रॉस सोसाइटी पूर्वी सिंहभूम के मानद सचिव विजय कुमार सिंह के नेतृत्व में परिवार से बिछड़े एक व्यक्ति को उसके परिवार से मिलवाया गया। असम, कामाख्या के रहने वाले उज्जल सिंघा, जिनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है, वे इन दिनों भटककर जमशेदपुर आ गये थे। इसकी जानकारी परिजनों को हुई तो उन्होने रेड क्रॉस सोसाइटी, पूर्वी सिंहभूम के मानद सचिव विजय कुमार सिंह से सम्पर्क कर मदद मांगी। श्री सिंह ने छठ पर्व के दरम्यान इस कार्य में स्वयं आगे बढकर उस व्यक्ति का पता लगाया, जिसका अंतिम ठिकाना टाटानगर, गोलपहाड़ी के पास था। लेकिन खोजने पर पता चला कि वह वहां से कहीं और चला गया है। इसी खोज के क्रम में टाटानगर स्टेशन के पब्लिक इन्ट्री गेट के पास एक व्यक्ति भिक्षुकों के बीच सोया हुआ था, जिसके चेहरे पर घनी दाढ़ी थी, लेकिन उसका चेहरा उससे मिलता जुलता था। परिवार के सदस्यों को फोटो भेजकर मिलान कराया गया। असम से उनके भाई मिलन कुमार सिंघा भी इसी बीच जमशेदपुर आ गये और उन्होंने इस व्यक्ति को अपने भाई उज्जल के रूप में पहचाना, जिसे वे अपने साथ लेकर अपने घर चले गये। (नीचे भी पढ़ें)

दो घाटों पर तैनात रही रेड क्रॉस की टीम : छठ पर्व के अवसर पर अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार रेड क्रॉस की टीम एम्बुलेंस एवं फर्स्ट एड सेवा के साथ बिष्टुपुर स्थित बोधनवाला घाट एवं कदमा स्थित सती घाट पर तैनात रही। इस दौरान सब कुछ सामान्य रहा और किसी को भी आपात सेवा की आवश्यकता नहीं पड़ी। (नीचे भी पढ़ें)
सोसाइटी का नेत्र शिविर 5 नवंबर से : रेड क्रॉस सोसाइटी पूर्वी सिंहभूम, राम मनोहर लोहिया नेत्रालय द्वारा चिमनलाल भालोटिया सेवा संस्थान, राजस्थान सेवा सदन तथा जिला ग्रामीण स्वास्थ्य समिति के सहयोग से 658वां नेत्र शिविर रेड क्रॉस के पेट्रन व समाजसेवी स्वर्गीय चन्दूलाल भालोटिया की स्मृति में 5 से 7 नवम्बर तक बागबेड़ा थाना चौक स्थित राम मनोहर लोहिया नेत्रालय मे आयोजित किया जायेगा। चन्दूलाल भालोटिया सोशियल वेल्फेयर ट्रस्ट के संयोजन में आयोजित हो रहे नेत्र शिविर में 5 नवम्बर को नेत्र रोगियों के आंखों की जांच की जायेगी, 6 नवम्बर को नेत्र रोगियों को ऑपरेशन एवं लेंस प्रत्यारोपण तथा 7 नवम्बर को नेत्र रोगियों की पट्टी खोलकर अंतिम जांच की जायेगी तथा उन्हें चश्मा व दवा प्रदान कर विदा किया जायेगा। समाजसेवी एवं स्वर्गीय चन्दूलाल भालोटिया के पुत्र अशोक भालोटिया, रमेश भालोटिया एवं अजय भालोटिया एवं उनके परिवार के सभी सदस्यों द्वारा नेत्र शिविर के कार्यक्रम में सेवा दी जायेगी।