
चाकुलिया : चाकुलिया प्रखंड के विभिन्न मौजा में विगत तीन वर्ष पूर्व कुल 19 किसानों के लिए सिंचाई के लिए कुसुम योजना के तहत डीप बोरिंग की गयी थी. इसके लिए किसानों ने जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी के कार्यालय में प्रति किसान लगभग तीन हजार रुपया जमा किये थे. डीप बोरिंग में सौर उर्जा वाला समरसेबल पम्प लगना था. पम्प के एवज में संबंधित किसान क्रमशः दो एचपी के लिए 5000 रूपया, तीन एचपी के लिए 7000 रूपया और पांच एचपी के लिए 10 हजार रूपये का बैंक ड्राफ्ट JREDA (Jharkhand Renewable Energy Development Agency) रांची के नाम पर भी जमा कर चुके हैं. लेकिन आज तक डीप बोरिंग में न तो सौर ऊर्जा वाला पम्प लग पाया और न तो बिजली पहुंची है. इससे सभी किसान काफी निराश हैं. इस सम्बंध में कई किसानों ने भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष सरोज महापात्रा से संपर्क कर वस्तुस्थिति की जानकारी दी और अविलंब पम्प लगवाने की मांग की है. किसानों ने कहा कि सरकारी पदाधिकारी की लापरवाही के कारण वे सरकारी योजना का लाभ पाने से वंचित हैं. कोरोना काल में अगर उन्हें सिंचाई के लिए पानी मिलता तो वे सभी सब्जी समेत अन्य फसल की खेती कर आय अर्जित करते, परंतु पदाधिकारियों की लापरवाही के कारण किसान योजना की लाभ पाने से वंचित हैं. (नीचे भी पढ़ें)

मौके पर सरोज महापात्रा ने किसानों को आश्वास्त किया है कि वे जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो और उपायुक्त पूर्वी सिंहभूम को इसकी जानकारी देकर अविलंब डीप बोरिंगों में पम्प लगाने के लिए अनुरोध करेंगे. भाजपा नेता सरोज महापात्रा ने इस अधूरी योजना को लेकर सरकारी राशि का दुरुपयोग होने और सम्बंधित विभाग के द्वारा चंद बिचौलियों के साथ मिलकर सरकारी राशि की बंदरवांट करने का भी आरोप लगाया है. भाजपा नेता सरोज महापात्रा ने संबधित विभाग और सरकार से बैंक ड्राफ्ट लेने वाली एजेंसी के ऊपर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है. सरोज महापात्रा ने संबंधित विभाग से मांग की है कि झारखंड में ऐसी एजेंसियों को चिन्हित कर काली सूची में डाल दिया जाये.