जमशेदपुर : जमशेदपुर के ग्रामीण इलाका घाटशिला अनुमंडल के अधिवक्ता तपन कुमार चटर्जी को मुसाबनी पुलिस ने सरकारी कार्य में बाधा का केस दायर कर जेल भेज दिया है. इसके खिलाफ घाटशिला कोर्ट के सारे वकील हड़ताल पर चले गये है. वकीलों ने कहा है कि जब तक उसकी रिहाई नहीं होती है और दोषी पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई नहीं की जाती है, तब तक वे लोग किसी भी हद तक जायेंगे और कोर्ट के कामकाज का बहिष्कार करेंगे. (नीचे भी पढ़ें)
घाटशिला कोर्ट के वकील शनिवार को जमशेदपुर पहुंचे. इन लोगों ने जमशेदपुर के अधिवक्ताओं, लायर्स डिफेंस, जमशेदपुर बार एसोसिएशन समेत अन्य लोगों से मुलाकात की और साथ देने की मांग की. इस पर जमशेदपुर कोर्ट के अधिवक्ताओं ने साथ देने की घोषणा की है. 22 मई को मुसाबनी थाना के पुलिस अधिकारियों द्वारा अधिवक्ता तपन कुमार चटर्जी के साथ मारपीट की गयी थी. उनको मानसिक और शारीरिक क्षति पहुंचायी गयी और मारपीट करने केबाद सीधे जेल भेज दिया. अधिवक्ता की जमानत याचिका घाटशिला बार एसोसिएशन के महासचिव रामा प्रसाद मुखर्जी ने दायर किया. सीजीएम घाटशिला द्वारा जमानत याचिका को खारिज कर दिया गया. (नीचे भी पढ़ें)
इसके बाद से अभी तक और आगे भी सोमवार को घाटशिला बार एसोसिएशन के महासचिव ने बताया कि वह लोग अपने कार्य से अलग रहेंगे कोई भी न्यायिक कार्य में हिस्सा नहीं लेंगे. जब तक अधिवक्ता तपन कुमार चटर्जी को सही न्याय प्राप्त नहीं होगा, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा. घाटशिला बार एसोसिएशन के महासचिव, जमशेदपुर जिला बार संघ पुराना कोर्ट भवन में पहुंचे. उन्होंने लॉयर्स डिफेंस के अध्यक्ष परमजीत कुमार श्रीवास्तव और अक्षय कुमार झा, संजीव कुमार झा, रविंद्र कुमार, परम पति भगत, लखेंद्र सिक्का, दिलीप सिंह, दुर्योधन महतो, रंजीत राम, एसएन चौधरी उर्फ नंदू विनोद कुमार सहित लगभग 25 से ज्यादा अधिवक्ताओं से मुलाकात की. लॉयर्स डिफेंस के सभी अधिवक्ताओं ने मिलकर एक स्वर में कहा कि वह घाटशिला बार एसोसिएशन के सभी अधिवक्ताओं का साथ देंगे. साथ ही साथ घाटशिला बार एसोसिएशन के महासचिव ने राज्यपाल को इ-मेल एवं पत्राचार के माध्यम से सारी घटनाओं की जानकारी दी.