गालूडीह : गालूडीह थानांतर्गत जोड़िसा पंचायत के छोलागोड़ा सीताडांगा टोला निवासी एक निर्धन परिवार ने अपने बेटे के इलाज के लिए राज्य एवं केंद्र सरकार से मदद की गुहार लगाई है. परिवार के चार माह के बच्चे के दिल में छेद होने की बात डॉक्टरों द्वारा बताये जाने के बाद से पूरा परिवार कभी अपने मासूम बच्चे को देख रहा है तो कभी अपनी हैसियत को याद कर आंसू बहा रहा है कि अपने लाड़ले की जान कैसे बचायें. (नीचे भी पढ़ें)
बता दें कि सीताडांगा टोले के दिलीप महतो एवं उसकी पत्नी पर उस समय दुख का पहाड़ टूट पड़ा, जब वे अपने बच्चे की तबीयत बिगड़ने पर उसके इलाज के लिए घाटशिला अनुमंडल अस्पताल ले गये एवं वहां चिकित्सक ने उन्हें बच्चे के दिल में छेद होने की जानकारी दी. अब उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि अपनी वर्तमान आर्थिक स्थिति में वे बेटे का इलाज कैसे करायें. (नीचे भी पढ़ें)
दिलीप महतो एवं उसकी पत्नी सीमा महतो ने बताया कि उनके चार महीने के बेटे प्रदीप को दिल की बीमारी है. बेटे के जन्म के दो महीने बाद उन्हें इसका पता चला. तबीयत बिगड़ने पर जब वे बच्चे को इलाज के लिए घाटशिला अनुमंडल अस्पताल ले गये तो उसे एमजीएम अस्पताल रेफर कर दिया गया, फिर एमजीएम से उन्हें ब्रह्मानंद अस्पताल भेज दिया गया. ब्रह्मानंद अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि बच्चे का हार्ट ट्रांसप्लांट करना होगा. इसके बाद वे बच्चे को इलाज के लिए कोलकाता ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसके इलाज में सात लाख रुपये खर्च आने की बात बताई.(नीचे भी पढ़ें)
उन्होंने बताया कि वे लोग मेहनत-मजदूरी कर किसी तरह जीवन यापन करते हैं, ऐसे में वे बच्चे के इलाज के लिए सात लाख रुपये कहां से लायेंगे. गुरुवार को बच्चे का पिता दिलीप महतो सांसद विद्युत वरण महतो से मिलने जमशेदपुर गया था, जहां सांसद ने उन्हें पीड़ित परिवार को हर संभव मदद पहुंचाने का भरोसा दिलाया है. वहीं, पीड़ित परिवार ने राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार के अलावा जिला प्रशासन से भी बच्चे के इलाज की व्यवस्था कराने की मांग की है, ताकि उनके पुत्र का जीवन बचा रहे.