जादूगोड़ा : 15 दिन से बंद पड़ी बागजाता यूरेनियम सगलप्रोजेक्ट के बी शिफ्ट पाली से उत्पादन चालू हो गया।इधर इस सिलसिले में आज बुधवार को दोपहर एक बजे से साढ़े तीन बजे तक घाटशिला एस डी ओ सत्य वीर रजक की अध्यक्षता में घाटशिला कार्यालय में बैठक हुई. (नीचे भी पढ़ें)
इस बैठक में यूसिल कंपनी प्रबंधक के समक्ष आंदोलनरत सड़क विस्थापित कमेटी के सरक्षक बुद्धेश्वर मुर्मू व उनकी कमेटी की ओर से तीन सूत्री मांगों पर रखी गई, ढाई धंटे चली सकारात्मक बैठक में आंदोलनकारी नेताओं ने कहा कि 2007, 2008, 2015 व 2016 में दीपक मंडल, बरियार टुडू, बुधेदेश्वर मुर्मू सड़क हेतु जमीन कम्पनी प्रबंधन ने जमीन अधिग्रहित की थी. 15 साल गुजर जाने के बाद भी नियोजन नहीं मिला. (नीचे भी पढ़ें)
इसी तरह मंगल महली ने भी अपनी बात रखी तथा कहा कि उन्हें भी आरएनएल पॉलिसी के तहत दूसरे फेज में भी नियोजन की बात कंपनी प्रबंधक ने स्वीकारी थी.ब मुकर रही है,जबकि आर एन एल पॉलिसी के तहत उनका भी हक बनता है,जिस पर कंपनी प्रबंधक ने आगामी 29 मई तक सड़क अधिग्रहण को लेकर मुआवजा व नियोजन समेत अटकी प्रक्रिया पूरी करने व आरएनएल पॉलिसी के तहत नौकरी से वंचित विस्थापितो के नियोजन संबंधित मामले में पर 29 मई तय अपनी राय स्पष्ट करने की हामी भरी।अंत यूसील कंपनी की सकारात्मक रुख के बाद सड़क विस्थापितों ने अपना आंदोलन वापस ले लिया. (नीचे भी पढ़ें)
आंदोलन वापस होते ही बीते 15 दिनों से बंद पड़ी यूसिल की बागजांता यूरेनियम प्रोजेक्ट के उत्पादन का पहिया बी शिफ्ट पाली से चालू हो गया.इधर माइंस चालू होने पर बागजाता माइंस कोर कमिटी के अध्यक्ष करन मुर्मू,सचिव दासो मार्डी, सिंहभूम यूरेनियम मजदूर यूनियन महामंत्री रमेश माझी, ठेका मजदूर नेता सिधो हासदा ने खुशी जाहिर की है व एस डी ओ सत्यवीर रजक के प्रति आभार जताया है।जिसकी सख्ती के बाद बागजाता माइंस चालू हो आया। बाग जाता माइंस कोर कमिटी के नेता करन मुर्मू ने कहा कि माइंस भी चालू रहे व वार्ता भी हो ताकि माइंस से जीविकोपार्जन चलता रहे. इसी सोच के साथ आज का आंदोलन की जरूरत है न कि माइंस को बंद करके आंदोलन खड़ा किया जाय.(नीचे भी पढ़ें)
बैठक में ये थे शामिल
इस बैठक में एस डी ओ सत्य वीर रजक, जादूगोड़ा ग्रुप आफ माइंस के जीएम मनोज कुमार, डी जी एम राकेश कुमार, डी हांसदा, रोहित कुमार वहीं सड़क विस्थापित कमेटी की ओर से सरक्षक बुदेधेश्वर मुर्मू,मंगल महाली,सूरज प्रसाद साहू,बरियार टुडू,दीपक मंडल,सुनील महाली,राकेश मुर्मू समेत भारी संख्या में बागजाता यूरेनियम प्रोजेक्ट के विस्थापित व प्रभावित गांवों के ग्रामीणों ने हिस्सा लिया.