बहरागोड़ा : बहरागोड़ा प्रखंड की पाथरी पंचायत के मधुआबेड़ा गांव के ग्रामीणों के बीच भीषण जल संकट व्याप्त है. गांव के राम चन्द्र हेम्ब्रम, मधुसुदन साव, मानस जाना, अरिजित जाना, आलोक नाथ हेम्ब्रम समेत अन्य ग्रामीणों ने बताया कि गांव के ग्रामीण वर्तमान में पेयजल के लिए एक मात्र चापाकल पर ही निर्भर है. (नीचे भी पढ़ें)
कहा कि गर्मी के दिनों में चापाकल का जल स्तर काफी नीचे चला जाता है जिससे लोगों को काफी मेहनत करने के पश्चात लोगों को पीने के लिए पानी मिल पाता है. गांव के ग्रामीण गांव में एक सोलर जलमिनर निर्माण कराने के लिए क्षेत्र के जन प्रतिनिधि और पदाधिकारियों से वर्षो से गुहार लगा रहे है. परंतु अबतक इस दिशा में किसी ने भी पहल नहीं किया है. (नीचे भी पढ़ें)
ग्रामीणों ने कहा कि गांव में एक भी जलमिनर नहीं है. यह चापाकल ग्रामीणों का मुख्य चापाकल हैं. कहा कि सरकार द्वारा मौदा पंचायत में जलमिनार का निर्माण किया गया है, उक्त जलमीनार से ही मधुआबेड़ा में पानी आता था, परंतु कुछ माह से गांव में एक-दो दिन ही पानी पहुंचता है बाकी दिनों में ग्रामीण पेयजल के लिए पूर्ण रूप से चापाकल पर ही निर्भर रहना पड़ता है. (नीचे भी पढ़ें)
ग्रामीणों ने बताया कि गर्मी में अगर गांव के एक मात्र चापाकल ठप होने पर लोगों के समक्ष पेयजल की समस्या उत्पन्न हो जाएगी और ग्रामीणों को पानी लाने के लिए गांव से दूर दूसरे गांव जाकर पानी ढोहकर लाना पड़ेगा.