बहरागोड़ा : लद्दाख के गलवान घाटी में अपनी मातृभूमि की रक्षा करते हुए चीनी सैनिकों से संघर्ष करते हुए बहरागोड़ा के कोसाफलिया निवासी शहीद गणेश हांसदा समेत 20 जवान शहीद हो गये थे. शहीद गणेश हांसदा के शहादत के एक वर्ष हो गये. इसके बावजूद भी आश्रित परिवार को अबतक किसी प्रकार की सरकारी सहायता नही मिल पाई है जिससे परिवार के लोग मायूस है. राज्य सरकार ने शहीद के परिवार को एक सरकारी नौकरी, मनपंसद जगह पर पांच एकड़ जमीन और पेट्रोल पम्प देने के लिए केन्द्र सरकार से अनुशंसा करने की दिए गये वादे पर सरकार द्वारा अबतक कोई पहल नही हुई है. सबसे आश्चर्य की बात है कि बहरागोड़ा प्रखंड प्रशासन द्वारा विगत वर्ष शहीद के माता – पिता और परिवार को एक प्रधानमंत्री आवास तत्काल मुहैया कराने की बात कही गई थी परंतु एक वर्ष बितने के पश्चात भी अबतक आश्रित परिवार को एक अदद पीएम आवास भी नसीब नही हुआ है. मजबूरन परिवार आज भी कच्ची मिट्टी के घर में रहने पर विवश है. शहीद के बड़ा भाई दिनेश हांसदा ने कहा कि पीएम आवास के लिए उन्होंने एक वर्ष पूर्व ही कागजात प्रखंड कार्यालय में जमा कर दिया है परंतु अब तक आवास का लाभ परिवार को नही मिला है.उसने कहा कि उसके भाई की शहादत पर मंत्री, विधायक और प्रशासनिक पदाधिकारीयों ने कई योजना और परिवार को लाभ पहुंचाने की घोषणाओं की लड़ी लगाई थी, परंतु एक वर्ष बीतने के पश्चात भी परिवार को एक भी योजना का लाभ परिवार को नही मिला है. सभी के वादे झूठे साबित हो रहे हैं.
परिवार आज भी शहीद के सम्मान में सरकार द्वारा दिए गये वादे और आश्वासन का इंतजार कर रहे हैं कि कब सरकार को अपनी किए गये वादे याद आएगी कि परिवार और गांव को इसका लाभ मिलेगा. किसी प्रकार की पहल नही होने पर शहीद के परिवार मायूस है. शहीद गणेश हांसदा के शहादत पर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने प्रतिनिधि के तौर पर मंत्री चंपइ सोरेन को शहीद के गांव कोसाफलिया भेजकर परिवार को सरकारी लाभ देने की घोषणा की थी. शहीद की मां कापरा हांसदा ने बताया कि मंत्री चंपइ सोरेन ने अपनी मोबाइल से राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बात कराई थी. सीएम ने उन्हें आश्वस्त किया था कि परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी. शहीद के शहादत के एक वर्ष बीतने के पश्चात भी परिवार के किसी भी सदस्य को अबतक नौकरी नही मिली है. सीएम के आश्वासन को भी अधिकारियों ने झूठा साबित कर दिया है. एक साल बीत जाने के बावजूद शहीद के आश्रितों को अबतक नौकरी देने की बात पर किसी प्रकार की कोई पहल प्रशासनिक पदाधिकारियों द्वारा प्रारंभ नही की गई है. आज भी परिवार के लोग आस लगाये बैठे है कि कभी ना कभी सरकार को अपनी किए वादे याद आएगी और सरकार परिवार को लाभ पहुंचाने का काम करेगी.
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने दी श्रद्धांजलि
बहरागोड़ा : लद्दाख के गलवान घाटी में चीनी सैनिकों से 15 जून को अपनी मातृभूमि की रक्षा करते हुए बहरागोड़ा प्रखंड के कोसाफलिया गांव निवासी शहीद गणेश हांसदा समेत 20 जवानों शहीद हुए थे. गणेश हांसदा की शहादत दिवस पर बुधवार को बहरागोड़ा के पूर्व विधायक सह भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़गी कोसाफलिया गांव पहुंचकर शहीद के परिवार से मिलकर शहीद की तसवीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. मौके पर श्री षाड़गी ने कहा कि शहीद गणेश हांसदा की शहादत बेकार नही जाएगा. कहा कि युवा शहीद गणेश हांसदा की शहादत से प्रेरणा ले और देश की सेवा में आगे आये. कहा कि झारखंड और देश के हर युवा के लिए देश के प्रति समर्पण का उदाहरण बनकर आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देते रहेंगे. कहा कि शहीद गणेश हांसदा शहीद होकर अपना और परिवार के साथ साथ झारखंड का नाम रोशन किया है.उन्होंने कहा कि आज शहादत दिवस के अवसर पर हम सभी आज परिवार के साथ खड़े है. कहा कि आज दुर्भाग्य की बात है कि शहीदों को सम्मान देने की बात करने वाले नेताओं की सरकार है परंतु शहीद के शहादत के एक वर्ष बीतने के पश्चात भी परिवार को सरकार से कुछ भी लाभ नही मिल पाया है. शहीद के पिता को वृद्धा पेंशन लेने के लिए आज सरकारी कार्यालय का चक्कर काटना पड़ रहा है यह दुर्भाग्य की बात है.
डॉ सुनीता देबदूत सोरेन ने शहीद गणेश हांसदा के माता पिता को किया सम्मानित
बहरागोड़ा : गलबान घाटी में शहीद हुए वीर गणेश हांसदा के शहादत दिवस के मौके पर उनके घर जाकर घाटशिला के समाजसेवी सह चिकित्सक डॉ सुनीता देवदूत सोरेन ने शहीद गणेश हांसदा के तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी. डॉ सुनीता ने उनके परिवार से मिलकर उनके माता-पिता को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया. डॉ सुनीता ने कहा कि शहीद गणेश हांसदा भारत माता के सच्चे सपूत थे, उन्होंने देश के लिए अपनी जान न्योछावर कर पूरे कोल्हान का मान बढ़ाया है. हम सबों को उनके बलिदान से सीख लेने की जरूरत है कि जिंदगी बड़ी हो ना हो, पर देश के लिए मर मिटने का ज़ज्बा होना चाहिए. मौके पर शौर्य चक्र विजेता मोहम्मद जावेद, सैनिक परिषद के सम्मानित सदस्य, लीला सिंह, मदन टुडू,प्रीतम सोरेन, सोमनाथ पात्र ,गणेश मुर्मू समेत अन्य उपस्थित थे.
युवा संघर्ष वाहिनी ने गलवान के शहीदों को दी श्रद्धांजलि
बहरागोड़ा : आज ही के दिन देर रात गत वर्ष चीनी सैनिकों से लोहा लेते हुए बहरागोड़ा के कोसाफलिया गांव निवासी वीर शहीद गणेश हांसदा समेत भारत माता के 20 वीर सपूत शहीद हो गए थे. उनकी स्मृति में बहरागोड़ा के युवा सँघर्ष वाहिनी के सदस्यों द्वारा पीडब्ल्यू चौक पर वीर शहीद गणेश हांसदा के तस्वीर पर माल्यार्पण कर और दो मिनट का मौन धारण कर शहीद गणेश हांसदा समेत 20 वीर सपूतों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की गई.मौके पर सदस्यों ने वीर शहीद गणेश हांसदा अमर रहे का नारा लगाया. मौके पर जगदीश राय,सत्यब्रत पंडा,मनोज मिश्रा,बीरू नायक,रामबहादुर पाठक,राजा पंडा,बिशु ओझा,लक्ष्मी माइती, सुशांत पाल,दीपू कर समेत अन्य उपस्थित थे.