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jamshedpur-rural-disabled-women-पोटका में दिव्यांग महिला बेहुला सरदार एक साल से बिना घर के शौचालय में कर रही गुजारा, कांग्रेस के जिला सचिव ने दिव्यांग महिला को घर व सरकारी सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की

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पोटका: झारखंड सरकार आपके अधिकार, सरकार आपके द्वार कार्यक्रम चलाकर जरूरतमंदों को सरकारी लाभ देने का दंभ भर रही है मगर झारखंड जमशेदपुर के पोटका प्रखंड अंतर्गत जुड़ी पंचायत के समरसाई गांव की रहने वाली गरीब असहाय एवं दिव्यांग महिला बेहुला सरदार एक साल बीतने जा रहा है, घर रहते हुए भी घर जैसा नहीं है. ना घर की छत है और ना है दीवार. बेहुला सरदार का मिट्टी से बना घर पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है, लेकिन इस गरीब असहाय एवं दिव्यांग को देखने वाला कोई नहीं है. गर्मी हो या बरसात अथवा ठंड काटने के लिए बेहुला मजबूर होकर सरकारी शौचालय में जीवन बिताने को मजबूर है, कुछ महीने पहले स्थानीय लोगों द्वारा इसकी सूचना प्रशासन को दी गई थी, जिसके बाद तत्काल इन्हें प्लास्टिक का तिरपल अनाज कपड़ा आदि मुहैया करा दिए गए थे, बहुत जल्द आवास मिलने का आश्वासन भी मिला था, लेकिन अब तक बेहुला सरदार को आवास नहीं मिला. (नीचे भी पढ़ें)

वही स्थानीय लोग एवं कांग्रेस पार्टी के जिला सचिव जयराम हांसदा के प्रयास से ग्रीन राशन कार्ड बना दिया गया है, सेवानिवृत्त शिक्षक सह समाज सेवक निखिल मंडल महिला को ठंड से बचने के लिए दो कंबल दिए हैं, मगर क्या एक इंसान के लिए इतना काफी है ? निखिल मंडल ने कहा कि बड़े शर्म की बात है, बेहुला सरदार के घर की स्थिति बहुत ही खराब है. ना घर का छत है, ना दीवार बेहुला सरदार स्वयं दिव्यांग है. उन्होंने मांग की है कि अविलंब गरीब असहाय एवं दिव्यांग महिला का घर बना दिया जाए एवं खाने के लिए अनाज साथ में दिव्यांग भत्ता दिया जाए. जिससे यह गरीब असहाय दिव्यांग महिला किसी तरह अपना जीवन यापन कर सके. इस दौरान कांग्रेस के जिला सचिव जयराम हांसदा, आनंद पाल, सुकलाल सरदार, बादल सरदार, मानिक सरदार, महेंद्र पाल, फोलिनद्र गोप, प्रह्लाद प्रमाणिक, भुवन प्रमाणिक, आदि लोग उपस्थित रहे.

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