चाकुलिया : रांची के अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक कैम्प कार्यालय में बुधवार को राज्य प्राधिकरण की कार्यकारी समिति की बैठक हुई. इस बैठक में जंगल संरक्षण पर पदाधिकारी और जन प्रतिनिधियों ने विस्तार पूर्वक अपनी बातों को रखा और जंगल संरक्षण करने के प्रति रणनीति बनाई. बैठक में पद्मश्री जमुना टुडू ने कहा कि वे जिले भर में कई वन समिति का गठन कर वन संरक्षण के प्रति कार्य कर रही है और समय- समय पर ग्रामीण क्षेत्र का दौरा कर लोगों को इसके महत्व के बारे में जानकारी देकर जागरूक कर रही है. वन संरक्षण के कार्य में दर्जनों लोग जुड़कर वन संरक्षण का कार्य कर रहे हैं. श्रीमती टुडू ने कहा कि विभाग जंगल में हाथियों के खाने के लिए फलदार पौधे लगाये ताकि हाथी अपने भोजन की तलाश में आग की ओर रुख ना करे, कहा कि हाथी द्वारा किसी ग्रामीण का घर तोड़ देता है तो इसके लिए विभाग के पास तत्काल फंड रखने की बात कही ताकि पीड़ित परिवार को तत्काल क्षतिपूर्ति के रूप में मुआवजा राशि दी जा सके.
उन्होंने कहा कि हर वर्ष गर्मी के दिनों में वन विभाग के जंगल में आग लगने से पेड़- पौधे जलकर नष्ट हो जाते हैं. जंगल में लगी आग पर काबू पाने के लिए विभाग द्वारा हर रेंज कार्यालय में एक दमकल की व्यवस्था की जाए ताकि आग को बुझाने में कर्मियों को सहूलियत हो. कहा कि जमशेदपुर जिला के मुसाबनी रेंज में इन दिनों अवैध पेड़ कटिंग और अवैध खनन माफिया द्वारा की जा रही है जिस पर विभाग द्वारा रोक लगाने समेत अन्य कई बिंदुओं को रखा. बैठक में रामकृष्ण मिशन मौराबांधी के सचिव स्वामी भवेशानंद, कोडरमा जिप सदस्य शालिनी गुप्ता, रांची के जिला परिषद् के अध्यक्ष सुकरा उरांव समेत वन विभाग के वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे.