गालूडीह: घाटशिला प्रखंड के कई जगहों पर किसान तरबूज की खेती कर आर्थिक रूप से सशक्त हो रहे हैं. पहले कुछ जगहों पर इसकी खेती होती थी, लेकिन प्रखंड में किसान अब इसे युद्धस्तर पर करने लगे हैं. एक किसान को देखकर दूसरे किसान भाई भी इसकी खेती करने लगे हैं. इससे किसानों की आमदनी में भी दोगुनी से भी अधिक बढ़ोत्तरी हो रही हैं. (नीचे भी पढ़े)
बड़ाखुर्शी पंचायत अंतर्गत निश्चितपुर गांव निवासी बुद्धेश्वर सिंह ने स्वर्णरेखा नदी किनारे अपने दो बीघा जमीन पर तरबूज के खेती की शुरुआत की है. जिसे देख पूरा गांव आश्चर्यचकित रह गया है. तरबूज की ऐसी मिठास है कि आसपास के ग्रामीण दूर-दूर से खेत पर ही खरीदने के लिए पहुंच रहे हैं. ग्रामीणों ने कभी सोचा भी नहीं था कि इस मिट्टी में तरबूज की इतनी अच्छी खेती की जा सकती है. अब ग्रामीण बुद्धेश्वर सिंह के खेती को देख गांव के अन्य किसान भी तरबूज की खेती को अपना रहे हैं.(नीचे भी पढ़े)
जिसे देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि ग्रामीण क्षेत्र में किसानों का तकनीकी खेती की तरफ रुझान बढ़ रहा है. बुद्धेश्वर सिंह ने बताया कि उपज को बाहर बेचने के लिए बाजार की तलाश करना पड़ रहा है. क्योंकि जमशेदपुर मंडी में उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है. पश्चिम बंगाल के एक व्यापारी से बात हुई है. उन्होंने कहा है कि वे खुद गांव में पहुंचकर माल को खरीदकर ले जायेंगे.