अन्नी अमृता / जमशेदपुर : जनता जब चुनाव में अपने वोट से बदलाव करती है तब उम्मीद करती है कि अब दिन फिरेंगे.लेकिन झारखंड एक ऐसा राज्य है जहां सरकारें आती जाती रहती हैं पर स्वास्थ्य के क्षेत्र में कोई सकारात्मक बदलाव नज़र नहीं आता.ताज़ा मामला पूर्वी सिंहभूम जिले के बहरागोड़ा सीएचसी का है जहां बिजली के अभाव में टार्च की मदद से इलाज हो रहा है.ये फोटो धीरे धीरे सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. बहरागोड़ा के सीएचसी में टार्च की रौशनी में इलाज की तस्वीर बहरागोड़ा के जयदीप आइच ने लगाई है जिसे कमेंट के साथ पूर्व विधायक सह भाजपा झारखंड प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने रिट्वीट किया है. उन्होंने तंज कसते हुए लिखा है-मुबारक को ये #BADLA व !धन्य हैं सत्ताधारी दल से जुड़े स्थानीय जनप्रतिनिधि व नेता! बालू, पत्थर, गैस कटिंग, ठेका मैनेजर, पशुधन तस्करी में दलाली करने से फुर्सत हो तब तो क्षेत्र का बेड़ा गर्क करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है.
इसके जवाब में सानू सिंह लिखते हैं कि “हाथ धोने के लिए हैंडवाश तक नहीं है ये तो दूर का बात है. पता नहीं बिना हाथ धोए वही हाथ से कितने मरीजों का इलाज होता होगा” सबसे पहले बहरागोड़ा सीएचसी में टार्च की रौशनी में इलाज की फोटो ट्वीट करनेवाले जयदीप आइच से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि हल्की बारिश में ही बिजली चली जाती है. अब तो मानसून ने दस्तक दे दी है तब बिजली के दर्शन दुर्लभ हैं.पूछने पर प्रभारी कहते हैं कि सब खराब है फंड तक नहीं है. इस मुद्दे पर बहरागोड़ा के झामुमो विधायक समीर मोहंती का पक्ष जानने के लिए फोन किया गया तो उन्होंने फोटो जारी करने को बीजेपी की नौटंकी बताया.उन्होंने कहा कि सीएचसी में जेनरेटर भी है, कभी ऐसा भी हो सकता है कि जेनरेटर खराब हो गया होगा.बीजेपी जानबूझकर ऐसे फोटो के जरिए बदनाम कर रही है.विधायक ने कहा कि वे नियमित तौर पर सीएचसी में बैठक करते हैं, जरूरत पड़ने पर विधायक फंड से दवाईयों का प्रबंध करते हैं.विधायक ने उल्टे भाजपा से सवाल किया कि जब उसकी सरकार थी और उसके स्वास्थ्य मंत्री थे तब बहरागोड़ा में स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्या सुधार हुआ था? समीर मोहंती ने कहा कि वे आज ही सीएचसी का जायजा लेंगे.