घाटशिला : किसी नक्सली अभियान के तर्ज पर पूर्वी सिंहभूम के मुसाबनी प्रखंड के सबसे बीहड़ और पहाड़ी गांव दाहीकोचा में बीडीओ सीमा कुमारी के नेतृत्व में स्वास्थ्य कर्मी पैदल ही पहाड़ी पथरीले रास्ते और नाला पारकर गांव पहुंच कर लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज दी गयी. नक्सली ऑपरेशन में पुलिस जवान अपने कंधे पर बंदूक टांग कर पहाड़ी रास्ता तय करते हैं वही बीडीओ के नेतृत्व में स्वास्थ्य कर्मी बंदूक की जगह दवा और वैक्सीनेशन किट- पीट पर लेकर पहाड़ों से घिरा गांव दाहीकोचा पहुंचे, जिस कारण इस कार्य को मिशन वैक्सीनेशन कहना गलत नही होगा. किसी ऑपरेशन की तरह ही जद्दोजहद के बाद मेडिकल टीम गांव में वैक्सीनेशन के लिये पहुंची थी. लेकिन रास्ते वही पहाड़ी, जंगल , नदी नाले और पथरीली रास्ते से गुजर कर अपने लक्ष्य तक पहुंचना किसी मिशन से कम नही है.
ठीक इसी तरह ऑपरेशन वैक्सीन की तरह मेडिकल टीम ने दाहीकोचा गांव पहुंच कर पूरे गांव के लोगों को वैक्सीनेट किया. अब गांव के लोग कोरोना से सुरक्षित है. मुसाबनी प्रखंड के पहाडी गांव दाहीकोचा जहां किसी भी दिशा से जाने के लिए रास्ता नही है. इस गांव में पहाड़ी रास्ता और पथरीले रास्ता , नदी- नाला और झरना को पार करने के बाद ही इस गांव में पहुंचा जा सकता है. करीब तीन किलो मीटर पैदल चलने के बाद दाहीकोचा गांव पहुंच सकते है. इस गांव में कुल 15 परिवार है. रास्ता नही होने के कारण गांव का विकास नही हो पाया है. इस गांव में कभी किसी अधिकारी ने कदम नही रखा था , लेकिन मुसाबनी की बीडीओ सीमा कुमारी ने अपने दौरे के क्रम में दाहीकोचा गांव पहुंची थी, जिस पर पहली बार किसी अधिकारी को देख कर ग्रामीण भी काफी खुश थे.
ग्रामीणों ने गांव की समस्याओं से बीडीओ सीमा कुमारी को अवगत कराया था , जिस पर बीडीओ ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया था कि गांव का विकास होगा , लेकिन उससे पहले ग्रामीणों को वैक्सीनेशन करने की सलाह दी थी , बीडीओ ने कहा कि सबसे पहले ग्रामीणों को कोरोना बीमारी से बचाना है और इसके लिये वैक्सीनेशन की जरूरत है. पहले ग्रामीणों ने तो मना कर दिया , लेकिन बीडीओ के समझाने के बाद उन्होंने टीकाकरण लेने के लिए तैयार हो गये और पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत बीडीओ सीमा कुमारी ने मेडिकल टीम के साथ दोबारा दाहीकोचा गांव पहुंची और गांव के सारे लोगों को वैक्सीन दी. गांव में 15 परिवार है और कुल 38 लोगो ने वैक्सीन दिया गया है.दाहीकोचा गांव में सबसे बड़ी समस्या सड़क और बिजली है.
अगर गांव में कोई बीमार पड़ जाये तो उसे मुख्य सड़क तक खाट पर ले जाना पड़ता है.गांव में मोबाइल नेटवर्क भी नही है , जिससे अपनी समस्या को लेकर किसी से वे फोन पर बात कर सके.विभिन्न समस्याओं से घिरे दाहीकोचा गांव के ग्रामीणों ने वैक्सीन लेकर अन्य गांव को यह भी संदेश दिया है कि पहले जीवन बचाने की जरूरी है और इसके लिये वैक्सीन लेना जरूरी है. मुसाबनी प्रखंड का यह पहला टोला है जिसमें 15 घर है और सभी 15 घरों के 18 प्लस और 45 प्लस लोगों ने वैक्सीन ले लिया है. मौके पर बीडीओ सीमा कुमारी ने कहा कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत कैम्प लगाकर गांव के लोगों को वैक्सीनेशन किया गया है. कहा कि समय पूर्ण होते ही लोगों को पुन:कैम्प लगाकर दूसरा डोज दिया जाएगा. कहा कि दाहीकोचा गांव शहर से कटा हुआ है और ग्रामीण विकास से दूर है,कहा कि विभाग द्वारा जल्द पहल कर लोगों को मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में पहल की जाएगी.