
धालभूमगढ़ : धालभूमगढ़ प्रखंड की चुकरीपाड़ा पंचायत के जगन्नाथपुर गांव में मनरेगा योजना से स्वीकृत लाखों की लागत से निर्मित पक्का सिंचाई नाला बनने के साथ ही ध्वस्त हो गया है. इससे लोगों में विभाग के प्रति आक्रोश व्याप्त है. ग्रामीण तपन दत्ता, ग्राम प्रधान विक्रम मांडी, गोरा सोरेन समेत अन्य ने बताया कि योजना स्थल पर किसी प्रकार की बोर्ड नही लगे होने के कारण योजना की पूर्ण जानकारी नही मिल पा रही है. कहा कि उक्त योजना निर्माण के कुछ दिनों बाद ही ध्वस्त होकर भ्रष्टाचार की पोल खोल दिया है. ग्रामीणों ने कहा कि नाला के बाकी बचे दीवार पर भी दरार उभर आये हैं कभी भी ध्वस्त हो सकता है. मनरेगा योजना में विभागीय लापरवाही के कारण बिचौलियां हावी है. बिचौलिया योजना के निर्माण में गुणवत्ता नही बरतने के कारण योजना पूर्ण होने के पश्चात ही बेकार साबित होता है, इसका उदाहरण यह सिंचाई नाला है जो निर्माण के चंद दिनों बाद ही ध्वस्त हो गया है. ग्रामीणों ने इसकी जानकारी बीडीओ को देकर जांच करने की मांग की है.