गालूडीह: जोड़िसा पंचायत के चोड़िन्दा गांव में मंगलवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा द्वारा एक कार्यकर्ता सम्मेलन में 70 विभिन्न दलों को छोड़कर आये लोगों ने झामुमो का दामन थामा. विधायक द्वारा सभी को पार्टी का पट्टा और माला पहनाकर स्वागत किया गया. कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए विधायक रामदास ने सभी झामुमो पार्टी के नए कार्यकर्ताओं से कहा राज्य का विकास सिर्फ और सिर्फ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ही कर सकते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा झारखंड राज्य अलग होने के बाद विकास की किरणें गांव तक पहुंचाने का काम करने जा रहें हैं. (नीचे भी पढ़े)
सरकार द्वारा पेंशन का लाभ प्राप्त करने हेतु राशन कार्ड अथवा बीपीएल परिवार के सदस्य बनने की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है. सर्वजन पेंशन योजना के तहत अब सभी को सभी योग्य व्यक्ति को पेंशन का लाभ मिल रहा है. इसके साथ ही विधायक रामदास सोरेन ने सभी आदिवासियों को हक के लिए एकजुट होने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि आज समाज जाति-धर्म के आधार पर बंटा है. जबकि संस्कृति और खून एक है तो समाज भी एक हो. हमारी समस्या भी एक जैसी है तो लड़ाई भी एक हो. इसके लिए सबको एकजुट होना होगा. झारखंड अपने आप को खनिज और वन संपदा में सबसे अमीर बताता है. लेकिन यहां के लोग गरीब हैं. आखिर झारखंड गरीब क्यों है? क्योंकि हम एकजुट नहीं है. जिसका फायदा बाहरी लोग उठा रहे हैं.(नीचे भी पढ़े)
जल्द खुलेंगे सभी मॉडल स्कूल
विधायक रामदास सोरेन ने कहा कि बहुत जल्द मॉडल स्कूलों को खोला जाएगा. मॉडल स्कूलों को बच्चों के लिए निजी स्कूल की तर्ज पर पठन-पाठन के संसाधन उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू होगी, इससे गरीब परिवार से आने वाले बच्चों को भी समेकित शिक्षा का अवसर मिल सकेगा. वहीं, विधायक ने कहा कि क्षेत्र में एक भी वाहन चालक प्रशिक्षण नहीं है. इस वजह से ड्राइविंग की प्रशिक्षण युवाओं को नहीं मिल पाती है. प्रशिक्षण केंद्र के चालू हो जाने से हैवी व्हिकल की ट्रेनिंग इस क्षेत्र के युवाओं को मिलेगी, जिससे उन्हें देश के बड़ी मोटर कंपनियों में नौकरी के साथ-साथ विदेश में नौकरी मिल सकती है.(नीचे भी पढ़े)
प्रशिक्षण केंद्र से गांव का विकास होगा तथा ग्रामीण युवा भारी वाहन चालक का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे. इसके साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा. मौके पर कान्हू सामंत, वकील हेंब्रम, रतन महतो, काजल डॉन, करुणाकर महतो, जगदीश भकत, दुर्गा चरण मुर्मू, अम्पा हेंब्रम, मंटु महतो, काला सरकार, सुनाराम सोरेन, बादल किस्कु, सुशान्त सिंह, बबलू हुसैन, शेख बदरुद्दीन, अशोक महतो आदि उपस्थित थे.