राजन सिंह / चाकुलिया : पश्चिम बंगाल की सीमा से सटे पूर्वी सिंहभूम के गांवों में पानी की विकट समस्या है. स्थिति यह है कि पश्चिम बंगाल में बने कुएं को सोलर पम्प युक्त बनाया गया है, जिससे कृषि कार्य समेत पेयजल भी आसानी से उपलब्ध होता है. इसे देखते हुए सीमावर्ती ग्रामीणों के मन में एक ही सवाल कौंधता रहता है कि ऐसा झारखंड में क्यों नहीं हो सकता है. हमारी सरकार इस पर क्यों नहीं सोचती है, एक ही गांव में सीमा पार जहां ऐसी सुविधा है, वहीं इस पार लोग पानी को तरसते हैं. दरअसल यहां के अधिकांश ग्रामीणों को भी इस तरह के प्रोजेक्ट की जानकारी नहीं है. आइये ऐसे एक गांव के बारे में जानते हैं. (नीचे भी पढ़ें व वीडियो देखें)
चाकुलिया प्रखंड सीमा से सटे पश्चिम बंगाल के बेलपहाड़ी थाना क्षेत्र के सीतापुर गांव के संधापाड़ा टोला में पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा सोलर पम्प युक्त पक्का कुआं निर्माण किया गया है. इस कुआं निर्माण होने से ग्रामीणों को आसानी से पीने योग्य पानी मिल रहा है. बंगाल सीमा से सटे झारखंड के चाकुलिया प्रखंड के चालुनिया पंचायत के दुआरीशोल गांव के ग्रामीण दशरथ मांडी ने कहा कि बंगाल की तर्ज पर राज्य सरकार झारखंड के पहाड़ी क्षेत्रों के गांव में भी सोलर युक्त पक्का कुआं का निर्माण कराएं. (नीचे भी पढ़ें व वीडियो देखें)
ग्रामीणों ने कहा कि सोलर पंप युक्त कुआं निर्माण होने से पहाड़ी क्षेत्र के ग्रामीणों को भी पेयजल आसानी से उपलब्ध होगा. वहीं खेती कार्य करने में भी सहूलियत होगी. बंगाल सीमा से सटे झारखंड के गांव के ग्रामीण भी अपने क्षेत्र के जन प्रतिनिधियों से सोलर पंप युक्त कुंआ निर्माण कराने की मांग कर रहे हैं.