
पटमदा: शुक्रवार को जुगसलाई विधायक सह झारखंड विधानसभा सत्तारूढ़ दल के सचेतक मंगल कालिंदी ने पटमदा के दिघी मध्य विद्यालय का औचक निरीक्षण किया. इससे शिक्षा विभाग की पोल खुल गई. दोपहर करीब सवा 1 बजे विद्यालय के गेट पर ताला लटका पाया गया. गेट पर प्रधान शिक्षिका कृष्णकली लाहा ने बैंक के कार्य से जाने की सूचना सटाकर चल गई थी जबकि कोई भी सहायक शिक्षिका के उपस्थित नहीं रहने पर विधायक ने ग्रामीणों से पूछताछ की तो लोगों ने कहा कि यहां हमेशा ही इस तरह की स्थिति रहती है. समय से पहले ही शिक्षिका लोग चली जाती हैं. इसपर नाराज विधायक ने बीईईओ देवशंकर महापात्र को फोन लगाकर शिक्षिकाओं के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया. इसके तुरंत बाद आनन-फानन में प्रधान शिक्षिका कृष्ण कली लाहा और संकुल साधन सेवी मदन चंद दोपहर करीब 2 बजे विद्यालय पहुंचे और विधायक से मिले. प्रधान शिक्षिका ने कहा कि एक सहायक शिक्षिका जो आज आई थी उनकी तबीयत बहुत ज्यादा खराब होने की वजह से वे जल्दी निकल गई. वर्तमान में रोस्टर के आधार पर 50 प्रतिशत शिक्षकों की ही ड्यूटी है. विधायक ने पुस्तकालय के लिए लायी गयी किताबों को रिसीव करने का निर्देश दिया और ठीक से ड्यूटी करने को कहा. (नीचे भी पढ़ें)
नाराज विधायक ने कहा कि कम वेतन पाने वाले पारा शिक्षक जब सही ड्यूटी कर सकते हैं तो अधिक वेतन लेकर आप लोग क्यों नहीं कर सकते हैं. उन्होंने इसकी शिकायत 4 फरवरी को राज्य के शिक्षा मंत्री से मिलकर करने की जानकारी दी ताकि पूरे राज्य में शिक्षा का माहौल बेहतर हो सके. मौके पर एसएमसी अध्यक्ष रतन महतो, मधु सहिस, तरणी प्रमाणिक समेत काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे। इस दौरान शिक्षा विभाग में हड़कंप की स्थिति रही और विधायक ने कहा कि पूरे क्षेत्र इस तरह की स्थिति हो सकती है इसलिए इसकी जांच होनी चाहिए. दूसरी ओर विधायक ने संकुल साधनसेवी मदन चंद से कहा कि वे दिघी स्कूल के कंडोम घोषित किए जा चुके पुराने भवन को तोड़वाकर नया भवन एवं चहारदीवारी सह पेबर्स ब्लॉक बिछाने का काम करवा देंगे इसके लिए एक आवेदन उनके नाम पर देने का निर्देश दिया.