गालूडीह : घाटशिला प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में बुधवार को मां बासंती की पूजा धूमधाम से की गयी. पुजारी ने मंत्रोच्चार के साथ मां का आह्वान किया. गालूडीह स्थित प्राचीन रंकणी मंदिर में महाअष्टमी के अवसर पर बाबा विनय दास बाबाजी की देखरेख में पूजा का आयोजन किया गया. पूजा के लिए सुबह से भक्तों की भीड़ लगी थी. यहां दूरदराज से हजारों की संख्या में श्रद्धालु पूजा करने पहुंचे थे. मंदिर में गुरुवार को नवमी पूजा होगी. (नीचे भी पढ़ें)
पुजारी ने बताया कि सर्वप्रथम राजा सूरत ने मां दुर्गा की प्रतिमा बनाकर बसंत ऋतु में पूजा आरंभ की थी तभी से इस पूजा का आयोजन होता है. मान्यता है की षष्ठी के दिन मां को कैलाश से षष्ठादीकल्परभ में मंदिर के बाहर बेल वृक्ष में कलर्स को स्थापित कर मंत्रों के आह्वान के साथ बुलाया जाता है. सप्तमी (नवपत्रिका) के दिन मंदिर में प्रवेश कराते हैं और इसके बाद देवी की प्रतिमा की सप्तमी से लेकर दशमी तक मंदिर के अंदर ही पूजन किया जाता है. बता दें कि आसपास के ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरी क्षेत्रों के लोग इस बसंती दुर्गा पूजा में यहां पहुंचते हैं.