चाकुलिया / मुसाबनी : आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की छंटनी किये जाने के खिलाफ चाकुलिया और मुसाबनी सीएचसी में कर्मचारियों ने गुरुवार को धरना दिया. हालांकि चाकुलिया सीएचसी के कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन धरना की घोषणा करते हुए कहा है कि छंटनी का आदेश वापस होने तक उनका धरना जारी रहेगा. चाकुलिया सीएचसी में कार्यरत आउटसोर्सिंग स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि प्रधान सचिव स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के पत्रांक संख्या 646/6 दिनांक 15.9.2020 के आलोक में आउटसोर्सिंग कर्मियों की छंटनी की गई है. आउटसोर्सिंग कर्मी बिना वेतन के विगत सात माह से विषम परिस्थिति में काम करते आ रहे हैं. सरकार द्वारा छंटनी करने पर वे सभी बेरोजगार और सड़क पर आ चुके हैं. इससे परिवार के समक्ष भुखमरी कि स्थिति उत्पन्न हो गयी है. आउटसोर्सिंग कर्मियों ने मांग की है कि सरकार द्वारा जितने भी आउटसोर्सिंग कर्मियों की छंटनी की गयी है, उन्हें दोबारा काम पर रखा जाए अन्यथा सरकार के खिलाफ सभी आउटसोर्सिंग कर्मि अनिश्चितकालिन धरना पर रहेंगे. विदित हो की चाकुलिया सीएचसी में कुल 22 आउटसोर्सिंग कर्मी हैं. सभी सरकार की कार्रवाई के विरोध में धरना पर हैं. कर्मियों के धरना पर बैठने से सीएचसी की स्वास्थ्य व्यवस्था पर असर पड़ रहा है. धरना में विकास साव, रमाशंकर महतो, देबू गोप, हरे कृष्ण दास, सूर्य सिंह मांडी, डमन चन्द्र महतो, प्रियनाथ दे समेत अन्य कर्मी शामिल हैं. (आगे की खबर नीचे पढ़ें)
मुसाबनी सीएचसी के आउटसोर्सिंग कर्मियों ने दिया धरना
दूसरी ओर मुसाबनी प्रखंड के केंदाडीह स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत आउटसोर्सिंग कर्मियों ने सरकार द्वारा की गई छंटनी के विरोध में सीएचसी परिसर में ही धरना दिया. मौके पर कर्मियों ने कहा कि कोविड-19 जैसी महामारी के समय उन सभी ने बिना वेतन के ही अपने कार्यों का निष्पादन किया है. सरकार ने सभी आउटसोर्सिंग कर्मियों की छंटनी कर बेरोजगार कर दिया है. कर्मियों द्वारा धरना देने की सूचना पाकर झामुमो प्रखंड अध्यक्ष प्रधान सोरेन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और कर्मियों की भावना और समस्या से अवगत हुए. उन्होंने कर्मियों के बकाया वेतन का भुगतान कराने का आश्वासन दिया. साथ ही साथ छटंनी के संर्दभ में विधायक के माध्यम से सरकार तक उनकी मागों को पहुंचाने का आश्वासन दिया. कर्मियों ने श्री सोरेन को विधायक रामदास सोरेन के नाम मांग पत्र सौंप कर आउटसोर्सिंग कर्मियों को पुन: कार्य में बहाल करने की मांग की है.