चाकुलिया : अल्प वर्षा होने के कारण चाकुलिया प्रखंड में अब तक काफी कम मात्रा में खेतों में धान की रोपनी हुई है. पानी के अभाव में अधिकांश खेत यूं ही पड़ी हुई है. प्रखंड के उत्तरी भाग में पहाड़ से सटे गांव के किसान पहाड़ी पानी से किसी तरह अपने खेतों में हल चलाकर धान के बिचड़े की रोपनी की. परंतु अब वे खेत भी पानी के अभाव में धीरे धीरे सुख रहे हैं और धान के बिचड़े झुलस रहे हैं. पहाड़ से सटे जयनगर और दुआरीशोल गांव के कई खेतों में पानी के अभाव में खेतों में दरार पड़ना शुरू हो गया है. खेत सूखने से क्षेत्र के किसान काफी चिंतित नजर आ रहे हैं. किसानों ने कहा कि 8-10 दिनों के अंदर बारिश नहीं हुई तो वे सभी पूर्ण रूप से बर्बाद हो जाएंगे. (नीचे भी पढ़ें)
किसानों ने कहा कि शुरुआती बारिश में पहाड़ की पानी से वे सभी किसी तरह खेतों में हल चलाकर धान के बिचड़े की रोपनी कर दी है और अब बारिश नहीं होने से खेत में लगे धान के बिचड़े पानी के अभाव में झुलसने लगा है. कहा कि क्षेत्र के किसान खेती के लिए पूर्ण रूप से मानसून पर ही निर्भर रहते हैं, खेती के लिए सिंचाई के कोई दूसरा विकल्प नहीं है. विगत 15 दिनों से बारिश नही होने के कारण पहाड़ से सटे गांव में किए गए धान की खेती भी पानी के अभाव में सुख रहा है और खेतों में दरार पड़ने लगे हैं.