गालूडीह : बड़ाखुर्शी पंचायत के दारिसाई नवकुंज धाम मंदिर परिसर में चल रहे 9 दिवसीय श्री राम चरित मानस पाठ व प्रवचन के तीसरे दिन बड़ी संख्या में ग्रामीण कथा श्रवण करने पहुंचे. कथा वाचक स्वामी संजय पांडेय ने सोमवार को कहा कि एक दिन श्री राम एवं लक्ष्मण अगस्त्य मुनि के आश्रम में पहुंचे, जिन्होंने अपने तपोबल से कई दैवीय शक्तियां प्राप्त की थीं. उनके पास कई ऐसे दिव्य अस्त्र-शस्त्र थे जो शत्रु का विनाश करने में सहायक थे. (नीचे भी पढ़ें)
अगस्त्य मुनि अपनी दिव्य शक्ति से भगवान के इस धरती पर जन्म लेने का उद्देश्य व भविष्य को देख सकते थे. उन्हें यह भी ज्ञात था कि भविष्य में भगवान श्रीराम का राक्षस राज रावण के साथ भीषण युद्ध होगा. इसलिए उन्होंने श्रीराम को कुछ ऐसे अस्त्र भेंट किये जो रावण के साथ युद्ध में उनके काम आएं. इसके बाद श्री राम को पंचवटी में निवास करने के लिए कहा. पंचवटी में खर और दूषण, जो रावण के सौतेले भाई थे,समुद्र के इस पार रावण की राक्षसी सेना का नेतृत्व करते थे. उनका राज्य दंडकारण्य के वनों में फैला हुआ था.