गालूडीह: जिसका कोई नहीं, उसका खुदा होता है. इस बात को डिप्रेशन रिलीफ चैरिटेबल ट्रस्ट संस्था ने शनिवार को एक बार फिर चरितार्थ किया. संस्था के सदस्यों की नजर नेशनल हाइवे 33 के किनारे पर भटक रहे एक अज्ञात विक्षिप्त पर पड़ी. संस्था के सदस्य हाइवे के किनारे भटकते विक्षिप्त को वहां से सुरक्षित जगह पर ले गए. फिर ट्रिमर से उनका बाल काटा गया. (नीचे भी पढ़े)
उनको शैम्पू से नहलाया गया. नहलाने के बाद नए वस्त्र, चप्पल आदि पहनाया गया. साथ ही भरपेट भोजन भी करवाया गया. मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण उसकी बाल व दाढी बढ़ी हुई थी और मैला कपड़ा पहना हुआ था. (नीचे भी पढ़े)
संस्था के इस प्रयास को देखकर आसपास के लोगों ने सराहना की. विदित हो कि नेशनल हाईवे पर ऐसे कई विक्षिप्त घूमते हुए देखे जाते है, जो फटे-पुराने मैले वस्त्र धारण किए हुए रहते है. अक्सर वह नेशनल हाइवे के मध्य स्थित डिवाइडर पर भी पहुंच जाते है. (नीचे भी पढ़े)
शनिवार को जब संस्था ने विक्षिप्त को असहाय व अशक्त हाल में देखा तो उसकी मदद की गई. संस्था के सदस्यों द्वारा विक्षिप्त से उनका घर का पता व मोबाइल नंबर जानने का प्रयास किया गया, जिससे उक्त व्यक्ति अपने घर पहुंच सके. लेकिन वे असफल रहे.