चाकुलिया : पश्चिम बंगाल सीमा से सटे चाकुलिया प्रखंड की चालुनिया पंचायत के शिशाखुन गांव में 15 वें वित्त से स्वीकृत 3,84,691 लाख की लागत से निर्मित सोलर जल बोरिंग विगत एक वर्ष से ठप है. ग्रामीणों ने बताया कि गांव में दो बोरिंग खराब है और ग्रामीण पेयजल के लिए दर-दर भटक रहे हैं. शनिवार को झामुमो के जिला सचिव घनश्याम महतो दौरे के क्रम में गांव में पहुंचे तो ग्रामीणों ने पेयजल की समस्या से उन्हें अवगत कराया गया. ग्रामीणों ने कहा कि गांव में विगत एक वर्ष से दो बोरिंग खराब पड़ा है, ग्रामीणों ने कई बार विभागीय पदाधिकारी और पंचायत के जन प्रतिनिधियों से मिलकर ठप पड़े बोरिंग की मरम्मत कराने की मांग की है, परंतु अब तक किसी ने भी पहल नहीं किया है. ग्रामीणों ने जिला सचिव से कहा कि गांव के ग्रामीणों के समक्ष पेयजल की घोर समस्या व्याप्त है. कहा कि 15 दिनों के अंदर अगर प्रशासन द्वारा ठप बोरिंग की मरम्मत नहीं किया गया तो ग्रामीण अपने परिवार संग सड़क जाम करेंगे. ग्रामीणों की समस्या से अवगत होकर जिला सचिव घनश्याम महतो ने विभाग के कार्यपालक पदाधिकारी से दूरभाष पर संपर्क करने का प्रयास किया परंतु संपर्क नहीं हो पाया. उन्होंने इसकी जानकारी कनीय अभियंता को देकर जल्द से जल्द ठप बोरिंग की मरम्मत कराने की मांग की है. महतो ने कहा कि अगर विभाग द्वारा 15 दिनों के अंदर बोरिंग का निर्माण नहीं किया गया तो वे भी ग्रामीणों के आंदोलन में साथ देंगे और पदाधिकारियों के खिलाफ रोड जाम पर ग्रामीणों के साथ सड़क पर बैठेंगे.