धालभूमगढ़ : धालभूमगढ़ के एनएच किनारे और ओवरब्रिज के किनारे अस्थायी दुकानें लगाकर अपना जीवन व्यतीत करने वाले दर्जनों दुकानदारों को दिलीप बिल्डकॉन कम्पनी द्वारा एक तुगलकी फ़रमान देकर दो दिनों के अंदर अपनी दुकानों को हटा लेने को कहा गया है. इनमें कई दुकानदार दिव्यांग भी हैं. कंपनी द्वारा जारी फरमान से दुकानदारों के समक्ष रोजी रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है. दुकानदारों ने इसकी जानकारी बहरागोड़ा के पूर्व विधायक सह भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी को दी. सूचना पाकर श्री षाड़गी धालभूमगढ़ पहुंचकर सभी दुकानदारों के साथ बैठक कर उनकी समस्या से अवगत हुए और उन्होंने कहा न तो स्थानीय प्रशासन और न ही ज़िला प्रशासन को इसकी खबर है. अगर कम्पनी को पौधरोपण करना है तो उसके लिए वैकल्पिक जगह भी है और अगर दुकानदारों ने जहां दुकानें लगायी हैं वहीं पौधे लगाना है तो उससे पहले इन गरीब लोगों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था होनी चाहिए और इसके लिए नोटिस के माध्यम से इस कोरोना काल की चुनौतियों को देखते हुए समय सीमा तय होनी चाहिए. कहा कि कोरोना काल में जब लोगों के सामने तमाम तरह की आर्थिक चुनौतियां हैं. किसी कम्पनी द्वारा बिना नोटिस के दो दिनों में दुकानें हटा लेने की बात कहना दादागिरी है. जिसे किसी क़ीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सारे दुकानदार सहमे हुए हैं और इस तरह से कम्पनी की ज़बरदस्ती वाली नीति से क़ानून व्यवस्था की स्थिति ख़राब होती है तो उसकी ज़िम्मेदारी कम्पनी की होगी. दुकानदारों के साथ बैठक करने के बाद श्री षाड़गी ने उपायुक्त और अनुमंडल पदाधिकारी से दूरभाष पर बात कर मामले की जानकारी दी है. पदाधिकारियों ने श्री षाड़गी को आश्वस्त किया कि इस तरह से बिना सरकारी प्रावधानों का पालन किए कोरोना काल में ग़रीबों की रोजगार से उजाड़ने की छूट किसी को भी नहीं दी जाएगी. इस विषय पर जल्द ही सकारात्मक कदम उठाया जाएगा.
jamshedpur-rural-बिना नोटिस के दो दिनों में दुकानों को हटा लेने की बात कंपनी की दादागिरी, इसे बर्दाश्त नही किया जाएगाः कुणाल षाड़ंगी
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