चाकुलिया : चाकुलिया प्रखंड की सरडीहा पंचायत के रूपुषकुंडी गांव में मकर पर्व के उपलक्ष्य पर हिन्दु मिलन संघ के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय सन्यासी मेला शुक्रवार से शुरू हुआ है. मेला के प्रथम दिन सन्यासी थान में पूजा करने के लिए सरडीहा, बांकशोल, रूपुषकुंडी, सांपधर और मानुषमुरिया गांव के ग्रामीणों के साथ- साथ पंचायत से सटे पश्चिम बंगाल के कई गांव के ग्रामीणों की भीड़ उमड़ी. सन्यासी थान में पूजा करने से क्षेत्र में सुख- शांति और समृद्धि बनी रहती है. लोगों ने पूजा कर क्षेत्र की सुख ,शांति और समृद्धि का कामना की. लोगों का मानना है की यह मेला 150 वर्ष पुरानी है. लोगों ने कहा कि एक बार गांव में चेचक महामारी फैला हुआ था, बीमारी से लोग त्रस्त थे, तभी सन्यासी थान परिसर में एक साधु का आगमन हुआ उन्होंने बीमारी से ग्रसित ग्रामीणों को स्पर्श कर बीमारी से निजात दिलाया. लोग उनकी श्रद्धा-भाव से उनकी सेवा में जुट गये.
लोगों ने कहा कि सन्यासी थान परिसर में एक बरगद के पेड़ के नीचे साधु बैठा करते थे एक दिन अचानक साधु अपनी कमंडल और खड़ाउं छोड़कर अद्रीश हो गये. तब से लेकर आज तक उक्त स्थल पर सन्यासी देव की पूजा ग्रामीणों द्वारा की जाती हैं. कहा कि ग्रामीण हर वर्ष मकर संक्रांति के दूसरे दिन सन्यासी थान पहुंचकर श्रद्धा पूर्वक सन्यासी देव की पूजा कर क्षेत्र की सुख, शांति और समृद्धि की कामना करते हैं. वही पूजा के अवसर पर तीन दिवसीय मेला का आयोजन कर तीन दिनों तक कमेटी द्वारा विभिन्न प्रकार की सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. मेला के प्रथम दिन सन्यासी थान परिसर में अखंड हरिनाम संकीर्तन का आयोजन किया गया. संकीर्तन की गूंज से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया है. मेला को सफल बनाने में अध्यक्ष कार्तिकेश्वर दे, उपाध्यक्ष सव्यसाची नायक, सचिव विप्लव दे, सह सचिव रंजित नायक,सहदेव नायक, कोषाध्यक्ष दीनबंधु दे,.सह कोषाध्यक्ष लोकेश साधु, संरक्षक चंडीचरण साधु, किशोर घाटवारी, शुभजित घाटवारी, नयन दे समेत अन्य जुटे हुए हैं.