जादूगोड़ा: यूसील में विगत 20 सितंबर से लाभांश और पेंशन को लेकर जारी हड़ताल सोमवार को बिना फैसला के टूट गई.बागजाता यूरेनियम प्रोजेक्ट में सोमवार ए शिफ्ट पाली से ही मजदूर ड्यूटी पर लौट आए जबकि नरवा पहाड़ व तुरामडीह के मजदूर मांगें पूरी होने की आस में हड़ताल पर देर तक डटे रहे.विधायक रामदास सोरेन व ठेका मजदूरो के नेता बाघराय मार्डी ने आंदोलन को अपने हाथो में ले लिया था.मगर प्रबंधन के आगे उनकी एक नहीं चली और मजदूरों का बंटाधार हो गया. पूर्व में हुए एमओयू लाभ का क्या होगा.तमाम सवाल उठ रहे थे.(नीचे भी पढ़े)
बाद में कंपनी के महाप्रबंधक एस के शर्मा पहली बार हड़ताली मजदूरों के बाद पहुंचे व ड्यूटी जाने का आग्रह किया.जिसके बाद मजदूरों ने सी शिफ्ट पाली से जादूगोड़ा समेत सभी प्रोजेक्ट के काम पर लौटने का फैसला लिया है.छह दिनों चली रही हड़ताल दिशाविहीन हो गई व बिना कुछ हासिल के काम पर लौटने को मजदूर विवश हुए.इस दौरान कंपनी प्रबंधन ने चतुराई से सभी नेताओ की कमान कमजोर कर दिया. नेताओं की असफलता से एक बार फिर मज़दूरो ने यूनियन हटाओ का नारा दिया व चुनाव की मांग उठाई.