गालूडीह : गालूडीह क्षेत्र में सोमवार को धूमधाम के साथ विश्वकर्मा पूजा मनाई गयी. इस दौरान जगह-जगह दुकानों, संस्थानों और घरों में मशीनरी की पूजा अर्चना करने के साथ प्रसाद वितरण किया गया. वहीं पूजा अर्चना के साथ भजन-कीर्तन का आयोजन भी किया गया. देर शाम तक पूजा अर्चना का दौर चलता रहा. बता दें कि हिंदू धर्म में विश्वकर्मा पूजा का विशेष महत्व होता है. (नीचे भी पढ़ें)
हर साल 17 सितंबर को विश्वकर्मा जयंती मनाई जाती है. कहा जाता है कि इस दिन सृष्टि के रचयिता ब्रम्हा जी के सातवें पुत्र विश्वकर्मा भगवान का जन्म हुआ था. मान्यता है, कि भगवान विश्वकर्मा ऐसे देवता हैं, जो हर काल में सृजन के देवता माने जाते हैं. सृष्टि में जो भी चीजें सृजनात्मक हैं. जिनसे जीवन संचालित होता है. वह सब भगवान विश्वकर्मा की देन है. यानी भगवान विश्वकर्मा ही दुनिया के पहले शिल्पकार है.