चाकुलिया : पश्चिम बंगाल सीमा से सटे पहाड़ों पर बसा चाकुलिया प्रखंड की माटियाबांधी पंचायत के घाघरा और के नीचे टोला के 45 परिवार इन दिनों सरकारी पदाधिकारी और पंचायत के जन प्रतिनिधियों के उपेक्षा के कारण गंदा पानी पीने पर विवश है. टोला के ग्रामीणों ने बताया कि टोला के ग्रामीणों के समक्ष पेयजल की घोर समस्या व्याप्त है. कहा कि गांव के डीप बोरिंग से पाइप बिछाकर टोला तक पानी लाया गया था जो विगत कुछ दिनों से पाइप जाम होने के कारण टोला तक पानी नहीं आ रहा है. इस समस्या के समाधान के लिए टोला के लोगों ने कई बार पंचायत के जन प्रतिनिधि और पदाधिकारियों से गुहार लगाई गई परंतु अब तक किसी ने भी इस दिशा में पहल नहीं किया जिसके कारण बाध्य होकर ग्रामीणों ने घाघ झरना के पास स्थित तालाब के पास ग्रामीणों ने श्रमदान कर डोभा और कच्चे कुंआ का निर्माण किया है. ग्रामीणों ने बताया कि फिलहाल टोला के ग्रामीण कच्चे कुंआ के गंदे पानी से प्यास बुझा रहें है और डोभा में स्नान समेत अन्य दैनिक कार्य कर रहे हैं. (नीचे भी पढ़ें)
ग्रामीणों ने बताया कि शहर के लोगों को सरकार और पदाधिकारी स्वच्छ पानी दे रहें हैं परंतु टोला के ग्रामीण गंदे पानी को पी रहें हैं. टोला के लोगों ने कहा कि टोला के ग्रामीणों की समस्या का जल्द समाधान नहीं किया गया तो ग्रामीण गंदे पानी पीकर स्वास्थ्य भी बिगड़ सकता है. कहा कि ग्रामीण सरकारी पदाधिकारी और जन प्रतिनिधियों के उपेक्षा के कारण रोज तीन किमी दूर जाकर घाघ झरना के पास श्रमदान से निर्मित कच्चे कुंआ से पीने के लिए पानी ढोहकर लाने पर विवश है. इस संबंध में पंचायत के मुखिया जादुनाथ हैम्ब्रम ने बताया कि आपसी कुछ विवाद के कारण घाघरा गांव के नीचे टोला के ग्रामीणों के समक्ष पेयजल की समस्या है. उन्होंने कहा कि वे रविवार को गांव जाकर ग्रामीणों के साथ बैठक कर समस्या का समाधान करने का प्रयास करेंगे.