
बहरागोड़ा : बहरागोड़ा में मुख्यमंत्री दाल भात योजना का संचालन करने वाली महिला समूह की महिलाओं का हाल बेहाल है. महिला समूह फटे प्लास्टिक के नीचे बनी रसोईघर में लकड़ी के चूल्हे पर भोजन बनाती है. भोजन बनाने के लिए उन्हें गैस सिलेंडर और चूल्हा नहीं मिला है. तमाम परेशानियों के बीच भी मां मनसा महिला समूह द्वारा इस महत्वपूर्ण योजना का संचालन किया जा रहा है. गरीबों को पांच रूपए में दाल, भात और सब्जी खिलाया जाता है. पेयजल की भी व्यवस्था नही है. मुख्यमंत्री से जुड़ी इस योजना की बदहाली पर किसी का भी ध्यान नही है. वर्ष 2011 से इस योजना का संचालन किया जा रहा है. जिला परिषद डाक बंगला की चहारदीवारी के पास बांस गाड़ कर और तिरपाल लगाकर महिलाओं ने रसोई घर बनाया है. रसोई घर में बरसात और धूप के मौसम में काफी परेशानियां होती है. (नीचे पढ़ें पूरी खबर)

लकड़ी के चूल्हे पर भोजन बनाने में भी महिलाएं परेशान रहती हैं. योजना स्थल के पास पेयजल की भी व्यवस्था नहीं है. पानी के लिए दूर अवस्थित चापाकल से रोजाना पानी लाकर योजना का संचालन महिला समूह द्वारा किया जाता है. महिला समूह की अध्यक्ष रसना बेरा, सचिव धीना दंडपाट, संध्या खामराई समेत अन्य महिलाओं ने बताया कि खाना बनाने के लिए बर्तन सेट नहीं है, जो भी बर्तन है वह महिलाओं द्वारा लोन पर खरीदे गए हैं. कहा कि सरकारी सुविधा के नाम पर उन्हें सिर्फ चावल, चना और सोयाबीन ही मिलते हैं. खाद्य सामग्री महिलाओं को जमशेदपुर से अपने खर्च पर लाना पड़ता है. तेल, मसाला और लकड़ी आदि का खर्च इन महिलाओं को ही करना पड़ता है. इन्हें ना तो गैस सिलेंडर और ना ही चूल्हा मिला है. महिला समूह की महिलाओं ने कहा कि सरकार द्वारा बेहतर संसाधन मुहैया कराया जाए तो योजना के संचालन में उन्हें काफी सहूलियत होगी.